Shankaracharya On RSS Chief Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने दशहरा के मौके पर मणिपुर हिंसा, हिंदू-मुस्लिम और जी20 को लेकर अपने विचार रखे। मोहन भागवत ने मणिपुर हिंसा को लेकर जो बाते कही उस पर मध्य प्रदेश के जबलपुर से शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की प्रतिक्रिया सामने आई है। शंकराचार्य ने मणिपुर हिंसा को लेकर मोहन भागवत के बयान की अलोचना करते हुए कहा कि मणिपुर में कई महीनों तक हिंसा जारी रही, जिसे रोकने में सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है।
मोहन भागवत के बयान पर शंकराचार्य ने क्या कहा?
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मणिपुर हिंसा को लेकर मोहन भागवत के बयान की अलोचना की। शंकराचार्य ने कहा कि मणिपुर में कई महीनों तक हिंसा चलती रही, जिसे रोकने में केंद्र और राज्य सरकार पूरी तरह से नाकाम रही। मणिपुर में हर रोज हो रही हिंसा को रोकने के लिए क्या कार्रवाई की गई? सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। देश की जनता सरकार से आशा करती है कि अगर इस तरह की हिंसा भड़कती है, तो उसे रोका जाए।
जनता की भावनाएं न भड़काए भागवत: शंकराचार्य
शंकराचार्य ने मोहन भागवत पर 2024 में वोट के लिए जनता की भावनाएं भड़काने आरोप भी लगाया है। शंकराचार्य ने कहा कि जो लोग इस तरह से देश की जनता की भावनाओं को भड़का रहे है सरकार उनको सामने लेकर आए। इसके साथ शंकराचार्य ने उमा भारती के शराब बंदी बयान को लेकर कहा कि उमा भारती जो बात कह रही उससे कोई इंकार नहीं कर सकता। सरकार को उमा भारती की बात पर गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए।
मणिपुर हिंसा पर बोले मोहन भागवत
बता दें कि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने दशहरा के मौके पर मणिपुर हिंसा को लेकर बात करते हुए कहा कि मणिपुर में नागरिक समाज से आपसी अविश्वास की खाई को पाटने का आह्वान किया।