शहडोल: राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार मध्यप्रदेश आ रहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शहडोल में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस में शिरकत करेंगी। इस दौरान लगभग 3 घंटे का समय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आदिवासी बाहुल्य जिला शहडोल के लालपुर में बिताएंगी। आयोजन को लेकर सरकार अलर्ट मोड पर है। सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान खुद तैयारियो का जायजा लेने अचानक शहडोल पहुंच गए थे।
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14 नवंबर की शाम तक प्रशासन ने लगभग सभी तैयारियां को पूर्ण कर लिया था। इस कार्यक्रम में विंध्य और महाकौशल से लगभग 1 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। इन्हे लाने के लिए 2500 से ज्यादा बसों को लगाया गया है। राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगभग 2 हजार जवानों की तैनाती की गई है। 18 से ज्यादा आईपीएस यहां की सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे।
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल होने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लगभग पौने 1 बजे जबलपुर से शहडोल पहुंचेंगी। कार्यक्रम स्थल लालपुर में ही राष्ट्रपति के भोज की तैयारी की गई है। मध्यप्रदेश की धरती में राष्ट्रपति को जो भोजन परोसा जाएगा उसमे भी जनजातीय पकवानों की झलक देखने को मिलेगी। जो राष्ट्रपति के साही भोज को बेहद खास बनाएगी।
हेलीपैड से उतरने के बाद जैसे ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ेंगी उन्हें पहले जनजातीय समुदाय के रहन सहन की झलक देखने को मिलेगी। प्रदेश सरकार ने इसके लिए खास तैयारी की है। खपरैल घर के साथ साथ जनजातीय समुदाय के अराध्य देव बड़ा देव और शेर को भी बनाया गया है। कार्यक्रम के एक दिन पहले पंडा बुलाकर बड़ा देव की स्थापना भी कार्यक्रम स्थल पर कराया गया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के स्वागत के लिए खास नृत्य भी तैयार किए गए हैं। इनमें जनजातीय नृत्य में मुख्य महदल, शैला, कर्मा को शामिल किया गया है। यह दल खास तैयारियों के साथ राष्ट्रपति के आगमन पर अपनी प्रस्तुति देगा। इसके अलावा देश की आजादी में योगदान देने वाले जनजातीय समुदाय के शहीदों की प्रदर्शनी और एक जिला एक उत्पाद की तैयारी भी राष्ट्रपति को दिखाया जाएगा।
राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगभग 2 हजार जवानों की तैनाती की गई है। 18 से ज्यादा आईपीएस यहां की सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। कार्यक्रम के दौरान नेशनल हाइवे 45 को डायवर्ट किया गया है। यहां से भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से रोक दिया गया है। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए आसपास के गांवों में भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
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