Sawan Somavar: सावन माह के चौथे सोमवार को बाबा महाकाल के दर पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान शाम को बाबा की चौथी शाही सवारी धूमधाम से निकली। जहां बाबा महाकाल ने भक्तों को उमा महेश स्वरूप में दर्शन दिए।
मान्यता है कि बाबा महाकाल उज्जैन नगरी के राजा हैं और प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलते हैं, इसीलिए शाम चार बजे बाबा महाकाल की सवारी षोडशोपचार पूजन अर्चन के बाद महाकाल मंदिर से शुरू हुई। महाकालेश्वर मंदिर से शुरू होकर सवारी के परंपरागत मार्गों से होती हुई रामघाट पहुंचेगी, जहां बाबा महाकाल का शिप्रा के जल से पूजन अर्चन करने के साथ सवारी फिर से शहर का भ्रमण करती हुई। गोपाल मंदिर पहुंची। जहां भगवान हरि और हर के मिलन के साथ भगवान का पूजन अर्चन किया जिसके बाद सवारी वापस महाकालेश्वर मंदिर पहुंची।
इससे पहले तड़के भस्म आरती में बाबा महाकाल को दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन कर भस्म अर्पित की गई। भगवान महाकाल का भांग, चंदन और आभूषणों से राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार कर आरती की गई।
2 लाख भक्तों ने किए दर्शन
बाबा महाकाल की शाही सवारी में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। जहां सुबह से लेकर शाम तक करीब 2 लाख से ज्यादा भक्तों ने बाबा महाकाल के दर्शन किए। क्योंकि रात 12 बजे के बाद से ही भक्तों की लंबी-लंबी कतारें बाबा महाकाल के दर्शन के लिए लग गई थी। जबकि दर्शनों का सिलसिला देर रात तक जारी रहेगा। इससे दर्शन करने वाले भक्तों की संख्या और बढ़ेगी।
अभी निकाली जाएंगी 6 सवारी
बता दें कि इस बार सावन का अधिकमास है। ऐसे में बाबा महाकाल की 10 सवारी निकाली जाएगी। पांचवीं सवारी 7 अगस्त 2023, छटवीं सवारी 14 अगस्त 2023, सातवीं सवारी 21 अगस्त 2023, आठवीं सवारी 28 अगस्त 2023, नौवीं सवारी 4 सितंबर 2023 और अंतिम शाही सवारी 11 सितंबर 2023 को निकाली जाएगी।
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