---विज्ञापन---

महज 200 रुपये में हाथ लगा 80 लाख का हीरा, चौंका देगी राजू गोंड की ये कहानी

Madhya Pradesh News: पता नहीं होता किस्मत कब चमक जाए? समय का पहिया हर समय घूमता रहता है। किस्मत में जो लिखा होता है, वह जरूर मिलता है। ऐसी ही एक कहानी सामने आई है। जब एक मजदूर की किस्मत पलट गई। इस मजदूर ने खनन के लिए पट्टा ले रखा था। जिसको एक खास चीज मिल गई।

Edited By : Parmod chaudhary | Updated: Jul 27, 2024 22:47
Share :
Panna Man Raju Gond

Panna Man Raju Gond Story: मध्य प्रदेश में एक मजदूर की कुछ ही समय में किस्मत बदल गई। पन्ना के इस मजदूर को खनन करते समय एक हीरा मिल गया। हीरे की कीमत 80 लाख रुपये आंकी गई है। वहीं, नीलामी में इसके और भी अच्छे दाम मिल सकते हैं। जहां हीरा मिला है, उस जगह का पट्टा इसी मजदूर के पास था। अभी दो माह पहले ही मजदूर ने काम शुरू किया था। आपको बता दें कि पन्ना को हीरों की नगरी कहा जाता है। जहां पट्टा सिर्फ 200 रुपये में मिल जाता है। यानी 200 रुपये देकर खुदाई कर सकते हैं। यहां पर हीरों का निकलना आम बात है। पहले भी मजदूरों को हीरे मिल चुके हैं। कई लोग हीरों को पाकर करोड़पति बन चुके हैं।

कोई भी दे सकता है बोली, शर्तें आसान

पन्ना में जिस शख्स की किस्मत खुली है, उनका नाम राजू गोंड है। उनके पिता चुनवादा गोंड ने दो महीने पहले ही हीरा कार्यालय से पट्टा लिया था। राजू पेशे से टैक्सी ड्राइवर हैं। लेकिन खनन का काम भी कर लेते हैं। राजू को जो हीरा मिला है, वह जेम्स क्वालिटी का है। इसकी कीमत बाजार में 80 लाख तक होती है। अगर नीलामी करवाई जाए तो और अच्छे दाम मिल सकते हैं। यह हीरा 19 कैरेट 22 सेंट का है। कृष्णा कल्याणपुर पट्टी क्षेत्र में राजू ने पट्टा लिया था।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें:History: जब ओलंप‍िक के खेल गांव में ब‍िखरी ख‍िलाड़‍ियों की लाशें, पढ़‍िए मोसाद के बदले की कहानी

हीरा कार्यालय की ओर से बताया गया है कि कोई भी आदमी पट्टे पर लेकर हीरा ढूंढ सकता है। इसके लिए पट्टा फोटो, आधार कार्ड और सिर्फ 200 रुपये फीस जमा करवानी होती है। एक साल के लिए पट्टा दिया जाता है। बाद में फिर बोली होती है। हीरा ढूंढने के लिए 8 गुना 8 फीट की जगह दी जाती है। पन्ना में कई तरह की माइंस में सरकारी खदानें हैं। जमीन कोई भी सरकार से ले सकता है। खुदाई के बाद फिर से मिट्टी डालनी होती है। अगर हीरा निकल जाए तो संबंधित व्यक्ति को हकदार माना जाता है।

---विज्ञापन---

यहां 80 किलोमीटर इलाके में माइंस

हीरे को पन्ना संयुक्त कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में जमा करवाने के बाद नीलामी करवाई जाती है। नीलामी देने की फीस 5 हजार है। जितनी कीमत पर हीरा बिकता है, उसकी 12 फीसदी राशि रॉयल्टी के तौर पर कटती है। 80 फीसदी राशि पट्टाधारक को मिलती है। पन्ना के 80 किलोमीटर इलाके में कई माइंस हैं। यहां 2-3 करोड़ के हीरे भी मिल चुके हैं।

यह भी पढ़ें:शर्मनाक! 14 साल की बहन से भाई ने किया रेप, मां-बाप की मौत का उठाया फायदा, सच ऐसे आया सामने

HISTORY

Written By

Parmod chaudhary

First published on: Jul 27, 2024 10:47 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें