MP Politics: विपिन श्रीवास्तव। मध्य प्रदेश की सियासत में इन दिनों पूर्व सीएम उमा भारती के तीखे तेवर देखने को मिल रहे हैं। इस बार उन्होंने राम भक्ति को लेकर बड़ा बयान दिया है, उमा भारती का कहना है कि ‘राम भक्ति BJP का कॉपीराइट नहीं है, राम और हनुमान BJP के कार्यकर्ता नहीं हैं।’
अहंकार से मुक्त रहना जरूरी
पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा कि भगवान राम और हनुमान की भक्ति पर BJP का कॉपीराइट नहीं है। भगवान राम और हनुमान BJP के कार्यकर्ता नहीं हैं। जब BJP का अस्तित्व नहीं था, जब जनसंघ भी नहीं था, जब मुगल शासन था, अंग्रेजों का शासन था, तब भी भगवान राम और हनुमान थे। अगर हम BJP वालों ने ये भ्रम पाल लिया है कि नहीं हमने आंखें खोली, तब सूरज चांद निकल आए हैं, ,तो फिर ये हमारे लिए विनाशकारी साबित हो जाएगा। हमे इस अंहकार से मुक्त रखना है।’
राम भक्त कोई भी हो सकता है
उमा भारती ने कहा कि ‘हनुमानजी का राम जी का भक्त कोई भी हो सकता है, राम मंदिर निर्माण के लिए जब कुछ कांग्रेसियों ने चंदा दिया था तब बीजेपी के लोगों ने इनका माखौल उड़ाया था तब मैने कहा था कि खबर अगर किसी ने राम भक्ति का माखौल उड़ाया तो, राम भक्त हनुमान भक्त हम भी हैं कोई और भी हो सकता है।’
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती गुरुवार को छिंदवाड़ा पहुंची थीं। छिंदवाड़ा के सिमरिया में कमलनाथ द्वारा बनवाए गए हनुमान मंदिर पर उन्होंने कहा कि भगवान राम का भक्त कोई भी हो सकता है।
इससे पहले 5 दिन पहले ही उमा भारती ने लोधी समाज के कार्यक्रम में उमा भारती ने कहा था कि चुनाव के समय मेरी फोटो दिखाकर लोधियों के वोट लिए जाते हैं, सभाओं में मैं बीजेपी के लिए वोट मांगूंगी, क्योंकि मैं पार्टी की निष्ठावान सिपाही हूं। फिर भी आप आप मेरा चेहरा नहीं बल्कि अपना हित देखकर वोट देना, क्योंकि आप बीजेपी के निष्ठावान सिपाही नहीं हैं। उमा भारती ने गुरुवार को भी ट्वीट कर मध्यप्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल को जाति और क्षेत्र के आधार पर असंतुलित बताया था। वहीं अब उनका यह बयान भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।