MP Politics: मध्य प्रदेश में साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी ने बड़ा ऐलान किया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने बताया कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी और चुनाव अकेले ही लड़ा जाएगा।
बसपा अकेले लड़ेगी चुनाव
मध्य प्रदेश में बसपा अकेले ही विधानसभा चुनाव लड़ेगी। मायावती ने कहा कि यूपीए और एनडीए गठबंधन मैं रहने वाले राजनीतिक दलों से कोई गठबंधन नहीं किया जाएगा। पार्टी अपने दम पर ही तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
दोनों दलों पर साधा निशाना
मायावती ने कहा कि ‘लोकसभा चुनाव का समय अब बेहद नजदीक है। सत्ताधारी गठबंधन व विपक्षी गठबंधन की बैठकों का दौर चल रहा है, हालांकि इन मामलों में हमारी पार्टी भी पीछे नहीं है। एक तरफ सत्ता पक्ष NDA अपनी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की दलीलें दे रही है तो दूसरी तरफ विपक्षी गठबंधन सत्ताधारी को मात देने के लिए कार्य कर रही है। कांग्रेस पार्टी अपने जैसी जातिवादी और पूंजीवादी सोच रखने वाली पार्टी के साथ गठबंधन करके फिर से सत्ता में आने की सोच रख रही है साथ ही NDA फिर से सत्ता में आने का दावा ठोक रही है, लेकिन इनकी कार्यशैली यही बताती है कि इनकी नीति और सोच लगभग एक जैसी ही रही है। यही कारण है कि BSP ने इनसे दूरी बनाई है।’
2018 में मिली थी दो सीटें
बता दें कि मध्य प्रदेश में बसपा का वोटबैंक माना जाता है। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी को 2 सीटें मिली थी, जबकि कई सीटों पर पार्टी दूसरे नंबर पर रही थी। वहीं 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने चार सीटें जीती थी और कई सीटों पर दूसरे और तीसरे नंबर पर रही थी। लेकिन मध्य प्रदेश में बसपा का प्रदर्शन हमेशा उतार-चढ़ाव भरा रहा है। पार्टी का बुंदेलखंड, विंध्य और ग्वालियर-चंबल अंचल में अच्छा प्रभाव है।