MP Patwari Recruitment: मध्य प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद से ही परीक्षा में फर्जीवाडे़ का आरोप लग रहा है। जिसको लेकर प्रदेश में सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर घोटाले का आरोप लगाया है, तो छात्र भी अब परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए सड़कों पर उतर आए हैं।
भोपाल-इंदौर में प्रदर्शन
राजधानी भोपाल और इंदौर में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। स्टूडेंट्स ने पटवारी और अन्य भर्ती में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। इंदौर में छात्रों ने कलेक्ट्रेट का घेराव करने की कोशिश की तो भोपाल में व्यापमं ऑफिस का घेराव करने की कोशिश की गई। जिससे पुलिस को भी सख्ती दिखानी पड़ी।
इंदौर में कलेक्ट्रेट का घेराव करने की कोशिश
इंदौर के कलेक्टर कार्यालय पर बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन किया, जहां दो हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स इंदौर कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। स्टूडेंट की मांग है कि पटवारी भर्ती परीक्षा में ग्वालियर के एन आर आई कॉलेज के छात्रों का ज्यादा से ज्यादा सिलेक्शन होने पर कॉलेज की और चयन समिति की जांच करने की मांग की है। दरअसल, कलेक्टर कार्यालय पहुंचे युवाओं का आरोप है कि परीक्षा परिणाम में टॉप करने वाले 10 में से 7 छात्र एनआरआई कॉलेज के हैं, जहां पर 9000 अभ्यार्थियों में से अधिकतर अभ्यार्थी का परीक्षा केंद्र एनआरआई कॉलेज आया थ. जिसमें ज्यादातर टॉपर के हस्ताक्षर भी हिंदी में है।
छात्रों का आरोप है कि टॉप करने वाल अभ्यार्थियों ने 188 अंक तक हासिल किए हैं, जबकि मध्य प्रदेश के अन्य जिलों में कठिन पेपर आने के कारण 140 नंबर तक भी अभ्यार्थी नहीं ला पाए। जिसे कॉलेज में घोटाला होना प्रतीत होता है इस पूरे मामले की और मध्य प्रदेश चयन समिति की इसमें जांच होनी चाहिए मध्य प्रदेश चयन समिति की एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। जिसके कारण मध्य प्रदेश के कई युवाओं का भविष्य गर्त में जा रहा है।’
भोपाल में भी प्रदर्शन
भोपाल में भी छात्रों ने प्रदर्शन किया। कर्मचारी चयन मंडल के सामने बड़ी संख्या में छात्र बड़ी संख्या में जुटे। जहां सभी ने शांतिपूर्ण तरीके से कलेक्टर को आवेदन दिया है। छात्रों की मांग है कि पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी हुई है। इसलिए इस पूरे मामले की जांच की जाए।
प्रियंका गांधी ने साधा निशाना
वहीं इस मामले में कांग्रेस भी हमलावर हो गई है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के शासन में एक बार फिर भर्ती में घोटाले की खबरें आ रही हैं। नौकरियों के लिए पदों की लाखों रुपए में बोली लगाए जाने की खबरें हैं और सरकार जांच कराने से क्यों कतरा रही है? भर्ती घोटालों से जुड़े होने के आरोप में भाजपा नेताओं का नाम ही क्यों सामने आता है? नौकरी के लिए भर्तियों में केवल घोटाले ही घोटाले हैं। भाजपा सरकार लाखों युवाओं का भविष्य अंधकार में क्यों डाल रही है ?।’ इसके अलावा कमलनाथ ने भी इस मामले में शिवराज सरकार पर निशाना साधा है।
बता दें कि पटवारी भर्ती परीक्षा में एक ही कॉलेज के सात छात्रों ने टॉप किया है। जिससे इस मामले में सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस के कई नेताओं ने भी यह मुद्दा उठाया है। जिससे प्रदेश की सियासत में यह मामला गर्माता जा रहा है।