भोपाल में मछली परिवार पर एमपी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। मछली परिवार के अवैध रूप से बनी कोठी को ध्वस्त कर दिया गया। मौके पर पुलिस-प्रशासन, नगर निगम भी पहुंचे। बता दें, इस कोठी में कई कमरे भी बने हुए थे।
भोपाल के टीआईटी कॉलेज में दुष्कर्म-ब्लैकमेलिंग कांड में अब जांच और भी गहरी होने वाली है। नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन ने पुलिस जांच को लापरवाह बताते हुए इस मामले में दूसरी बार हस्तक्षेप किया है। इसी में आयोग की टीम दोबारा भोपाल पहुंचकर पीड़िताओं से मुलाकात की है। इसके साथ ही अलग-अलग थानों में दर्ज मामलों के जांच अधिकारियों और पुलिस से पूरी डिटेल ली है।
अवैध कारोबार का नेटवर्क
पुलिस ने आरोपित फरहान के आपराधिक नेटवर्क और उससे जुड़े तारों की जांच नहीं की है। आयोग ने शक जताया था कि फरहान का भोपाल और आसपास के एरिया में अवैध कारोबार से जुड़ा बड़ा नेटवर्क है। मछली कारोबारी शारिक अहमद से संपर्क को लेकर पुलिस जांच को नजरअंदाज कर दिया।
मुआवजे की बात कही
रिपोर्ट में आयोग की टीम ने कॉलेज की एंटी रैगिंग सेल की जांच न होने की बात कही थी। इसके साथ ही पीड़िताओं को सुरक्षा और 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने के लिए भी कहा गया था। इसके अलावा टीम कॉलेज का दौरा कर सकती है।
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