MP Politics: मध्य प्रदेश में साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पूरी तरह से एक्टिव है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आज बीजेपी मुख्यालय में पार्टी कोर ग्रुप की बैठक हुई है। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ सत्ता और संगठन के कई बड़े नेता शामिल हुए हैं। जिनके बीच पार्टी की मजबूती और कमजोरियों पर चर्चा हुई है।
नाराज नेताओं को मनाने की कवायद
दरअसल, पिछले दिनों बीजेपी ने पार्टी के कुछ वरिष्ट नेताओं को प्रदेशभर में जमीनी फीडबैक लिया था। जिसके बाद आज हुई बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई है। इस बैठक में फीडबैक पर ही चर्चा हुई है, बैठक में सत्ता और संगठन के नेता जो फैसला लेंगे उसी के आधार पर आगे की रणनीति तैयार होगी।
बताया जा रहा है कि चुनाव के पहले सभी नाराज नेताओं को मनाया जाएगा। बीजेपी की बैठक में जमीनी फीडबैक रखा गया गया था। जिसमें सुनवाई नहीं होने से नाराज कार्यकर्ताओं की लिस्ट लंबी मिली है। क्योंकि पार्टी के कार्यकर्ता वर्तमान विधायकों और दावेदारों से रूठे हुए हैं। ऐसे में 14 वरिष्ठ नेताओं कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया है। इसके अलावा पूर्व कैबिनेट का हिस्सा रहे नेता भी समीकरण बिगाड़ सकते हैं।
डैमेज कंट्रोल के लिए बनेगी टीम
बीजेपी ने नाराज नेताओं को मनाने की कवायद जल्द शुरू करने की बात कही है। बताया जा रहा है कि बैठक में फैसला लिया गया है, डैमेज कंट्रोल के लिए पार्टी के नेताओं की एक टीम बनाई जाएगी। कोर कमेटी की बैठक में यह फैसला हुआ है, इस टीम में शिवराज सरकार के कुछ मंत्रियों को भी रखा जाएगा। यह टीम प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में उतरकर सर्वे करेगी। बैठक में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने नाराजगी दूर करना पहला काम बताया है।
दावेदारों की भी लंबी फौज
इसके अलावा फीडबैक में यह जानकारी भी निकलकर सामने आई है कि बीजेपी में आगामी चुनाव के मद्देनजर दावेदारों की बड़ी फौज है। कई विधानसभा सीटों पर एक अनार सौ बीमार के हालात बने हुए हैं। विधायकों के साथ दूसरे दावेदार भी हैं खुलकर क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं। यह सभी दावेदार लोगों के बीच पहुंचकर अपनी दावेदारी कर रहे हैं। सबसे ज्यादा तनातनी ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायकों की सीट पर देखी जा रही है।
इसके अलावा शिवराज सरकार में मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी एक बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि बीजेपी में वैकेंसी फुल हो चुकी है। इसलिए फिलहाल पार्टी में अगर किसी को आना है, तो उनके बारे में सोचा जाएगा। उनके इस बयान से इस बात के भी संकेत मिल रहे हैं कि फिलहाल दूसरी पार्टी के नेताओं को शामिल नहीं कराया जाएगा।










