भोपाल: मध्यप्रदेश में गृहमंत्री अमित शाह ने हिंदी में मेडिकल पढ़ाई की शुरुआत (Home Minister Amit Shah started medical studies in Hindi) कर दी है। राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड के में हुए कार्यक्रम में गृहमंत्री अमित शाह और सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने MBBS की हिंदी पुस्तक का विमोचन (MBBS Hindi book released) कर मेडिकल की हिंदी में पढ़ाई की शुरुआत की।
6 इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेज में होगी हिंदी में पढ़ाई
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गरीब परिवार के बच्चे कॉलेज तो पहुंच जाते थे। लेकिन इंग्लिश के मकड़जाल में फंसकर गरीब बच्चे डॉक्टर नहीं बन पाते थे। हिंदी डॉक्टरी की पढ़ाई शुरू होने के साथ ही मेरा एक संकल्प आज पूरा हुआ। इस अवसर पर सीएम शिवराज ने 6 इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेज में हिंदी में पढ़ाई इसी साल से शुरू करने का ऐलान किया।
इंग्लिश के मकड़जाल में फंस जाते थे गरीब बच्चे
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन एतिहासिक है। गरीब परिवार के बच्चे कॉलेज तो पहुंच जाते थे लेकिन इंग्लिश के मकड़जाल में फंस जाते थे। कुछ ने पढ़ाई छोड़ दी। कई आत्महत्या की कगार पर पहुंच गए। आज का दिन उनके लिए बड़ा दिन है। अंग्रेज़ी की ग़ुलामी से आज़ाद होने का दिन है। ऐसे बच्चों की ज़िंदगी में अमित शाह नया सवेरा लेकर आए हैं। काम तो आज़ादी के बाद हो जाना चाहिए था।
कांग्रेस पर साधा निशाना
आज मेरा रोम-रोम खिला है। आज एक संकल्प पूरा हुआ है। जिनपर ज़िम्मेदारी थी आज़ादी के बाद उन्होंने कुछ नहीं किया। अंग्रेज़ी को लेकर ग़ुलामी का माहौल बना दिया। उन लोग ने ऐसा सिखा दिया की अंग्रेज़ी बोलो तो इम्प्रेशन पड़ता है। हमारे महापुरुषों का भी अपमान किया। इन लोग ने हमारी हिंदी के साथ क्या किया। मैंने जब बोला की हिंदी में पढ़ाई होगी तो कुछ लोग हंस रहे थे। लेकिन अब असम्भव भी संभव होगा। मेडिकल के बाक़ी विषयों में हिंदी में जो पढ़ाई करेंगे उनकी मेरिट लिस्ट भी अलग से बनेगी।