MP Deputy CM Rajendra Shukla: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार प्रदेश में औद्योगिके विकास को लेकर लगातार काम कर रही है। इसके अलावा राज्य सरकार दूसरे सेक्टर्स को मजबूत करने पर काम कर रही है। इसमें हेल्थ सेक्टर सबसे ऊपर है। इसी के तहत भोपाल में होटल जहांनुमा पैलेस में मध्य प्रदेश नर्सिंग होम एसोसिएशन (MPNHA) द्वारा वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में राज्य के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल भी शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए प्राइवेट सेक्टर को प्रोत्साहित कर रही है।
आज भोपाल में एमपी नर्सिंग होम एसोसिएशन के वार्षिक कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ।
---विज्ञापन---इस अवसर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी उत्कृष्ट सेवाओं से जन सामान्य की सेवा करने वाले चिकित्सकों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया।
कार्यक्रम में राज्यमंत्री श्री @nsp2106 जी, चिकित्सकगण एवं… pic.twitter.com/wi9NTY9i9d
---विज्ञापन---— Rajendra Shukla (@rshuklabjp) October 6, 2024
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि हेल्थ सर्विस को सशक्त करने के लिए सरकारी सेवाओं को मजबूत किया जा रहा है। इसके अलावा हेल्थ को मजबूत करने के लिए प्राइवेट को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए प्राइवेट हेल्थ इंस्टीट्यूट को भी मजबूत करना बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश को हेल्थ सर्विस के सेक्टर में टॉप पर ले जाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। डिप्टी सीएम बताया कि हेल्थ सर्विस के सेक्टर को लेकर राज्य में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास, मैनपावल और मॉडर्न इक्विपमेंट की उपलब्धता के लिये व्यवस्थाए की गई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य शहरों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को मजबूत किया जा रहा है।
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खुलेंगे नए 8 नए मेडिकल कॉलेज
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने बताया कि मध्य प्रदेश में फिलहाल 14 मेडिकल कॉलेज चल रहे हैं, 3 नए मेडिकल कॉलेज के संचालन को राज्य सरकार से मंजूरी मिल गई है। इसके अलावा आने वाले कुछ सालों में 8 नए मेडिकल कॉलेज संचालन के लिए कार्य प्रक्रियाधीन हैं। पीपीपी मोड में 12 मेडिकल कॉलेज संचालन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह मध्य प्रदेश कृषि, ऊर्जा और स्वच्छता क्षेत्र में टॉप पर है। सरकारी और प्राइवेट हेल्थ इंस्टीट्यूट के संगठित प्रयास से राज्य स्वास्थ्य क्षेत्र के विभिन्न मानकों में टॉप पर ले जाने में जरुर सफल होंगे।