---विज्ञापन---

मध्य प्रदेश

MP में भी फर्जी वोटिंग का दावा! वोट चोरी पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी उठाए ये सवाल

कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में भी वोट चोरी होने का बड़ा दावा किया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने वोट चोरी और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। चुनाव आयोग पर डेटा को छुपा कर रखने के भी आरोप लगाए गए हैं। पढ़ें पूरा मामला, विपिन श्रीवास्तव की रिपोर्ट में...

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Deepti Sharma Updated: Aug 19, 2025 17:34

राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर वोट चोरी को लेकर उठाए सवालों के बीच मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी 2023 के विधानसभा चुनाव में करीब 16 लाख वोटों का हेरफेर किए जाने का आरोप लगाया चुनाव आयोग पर लगाए हैं। बकायदा चुनाव आयोग के दस्तावेजों के साथ मीडिया के सामने आए उमंग सिंघार ने कहा कि मध्य प्रदेश में वोट चोरी कर फर्जी जनादेश लेकर बीजेपी ने 2023 में सरकार बनाई है, जिसमें चुनाव आयोग ने अहम भूमिका निभाई।

2023 के चुनाव से पहले नए वोटर्स के नाम जुड़े 

उमंग सिंघार ने बताया कि 2023 के चुनाव से पहले एमपी में 34 लाख से ज्यादा नए वोटर्स के नाम जोड़े गए। 7 महीने में साढ़े 4 लाख वोटर बढ़े, लेकिन आखिरी के दो महीने में हर रोज 26 हजार वोट जोड़कर 16 लाख वोट बढ गए। 2018 के चुनाव में बीजेपी को कांग्रेस से 1 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे। वहीं, 2023 में ये बढ़ कर 8-9 फीसदी हो गया। यानी 8-9 फीसदी वोट की चोरी की गई। 

---विज्ञापन---

2023 के चुनाव में वोटों की हुईं हेराफेरी

नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि 2023 के चुनाव में वोटों की हेराफेरी में कांग्रेस 27 सीटों पर हार गई। उमंग सिंघार का दावा है कि 25 से 26 सीटें ऐसी है जहां चुनाव से पहले दो महीनों में 7 से 10 हजार तक वोटर बढ़े, जिनकी लिस्ट न तो विधानसभा कैंडिडेट को और न ही पालिटिकल पार्टियों को दी गई, जहां हार-जीत का 5 हजार वोटों का अंतर रहा तो 11 हजार वोट बढ़े हैं।

---विज्ञापन---

उमंग सिंघार के मुताबिक, चुनाव आयोग ने एक पत्र 9 जून 2023 को छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, मिजोरम और राजस्थान के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों को जारी किया था, जिसमें आदेश दिया कि वोटर लिस्ट में 30 जून के बाद जो वोटर हटाए, बढ़ाए गए वो लिस्ट चुनाव आयोग ने नहीं दी है। चुनाव आयोग ने साफ लिखा था कि लिस्ट न तो वेबसाइट पर डलेगी और न ही किसी को दी जाएगी। 

पत्र की कॉपी में क्या लिखा था? 

सिंघार ने चुनाव आयोग पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने 2 दिसंबर 2022 को एक आदेश निकाला था कि साढ़े 8 लाख नकली वोटर हटाए जाएंगे। इसके अलावा आरटीआई में जानकारी मांगी तो आयोग ने कहा कि हम डिजिटल डेटा नहीं रखते हैं। जबकि आयोग के नियम-32 में साफ है कि आयोग को 3 साल तक डेटा रखना है। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा है कि वो सभी कोर्ट जाएंगे।  

ये भी पढ़ें-  13 दिन से लापता अर्चना तिवारी मामले में बड़ा अपडेट, मां के पास आया कॉल, GRP को मिला सुराग

First published on: Aug 19, 2025 04:34 PM

संबंधित खबरें