Madhya Pradesh CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव रविवार को भोपाल के रवीन्द्र भवन सभागार में आयोजित शिक्षा भूषण अखिल भारतीय शिक्षक सम्मान समारोह में शामिल हुए। यहां उन्होंने सरस्वती वंदना के साथ दीप जलाया और कार्यक्रम का शुभारंभ किया। समारोह को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि भारत विश्व गुरु के रूप में शिक्षक परंपरा को स्थापित करना चाहता है। उन्होंने आगे कहा कि देश के हित के लिए शिक्षा व्यवस्था का बेहतर होगा बहुत जरुरी है।
“शिक्षक कभी साधारण नहीं होते, वे राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं”
---विज्ञापन---रवीन्द्र भवन, भोपाल में शैक्षिक फाउण्डेशन एवं अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘शिक्षा भूषण’ अखिल भारतीय शिक्षक सम्मान समारोह में सहभागिता की एवं शिक्षा के क्षेत्र में… pic.twitter.com/NtAquC9mNY
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 6, 2024
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शिक्षा का आधार गुरुकुल परंपरा
सीएम मोहन यादव ने कहा कि हमारे देश की शिक्षा का आधार गुरुकुल परंपरा रही है। हमेशा से शिक्षक पूज्य थे और पूज्य रहेंगे। भारत विश्व गुरु के रूप में उस शिक्षक परंपरा को स्थापित करना चाहता है, जो गुरुकुल परंपरा चाणक्य से चंद्रगुप्त तक और चंद्रगुप्त से विक्रमादित्य तक हर जगह, हर समय, हर काल में कायम रही है। उन्होंने आगे कहा कि देश के हित में शिक्षा, शिक्षा के हित में शिक्षक और शिक्षक के हित में समाज के उद्देश्य से शिक्षक समारोह के आयोजन किया जाता है।
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जीवन मूल्यों का विकास
अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सुरेश सोनी ने कहा कि वास्तव में विकास तभी हो सकता जब हमारे आसपास के परिवेश और जीवन मूल्यों का विकास हो। इस दौरान उन्होंने काका कालेलकर के संबोधन को उद्घृत करते हुए कहा कि शिक्षा ने अपने स्वरूप की व्याख्या करती है। शिक्षा न तो सत्ता की दासी है और न ही कानून की किन्करी है।