Kolkata Investors Summit 2024: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने देश-विदेश के निवेशकों और उद्योगपतियों को एमपी में निवेश करने के लिए निमंत्रण दिया है। शुक्रवार को कोलकाता में इन्वेस्टर समित में शामिल होने रवाना हुए। इससे पहले उन्होंने कहा कि मोदीजी के नेतृत्व में मध्य प्रदेश सभी क्षेत्रों में विकास के पथ पर अग्रसर है। प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए क्षेत्रीय स्तर पर इन्वेस्टर समिट का आयोजन लगातार हो रहा है। उन्होंने कहा- हमारा प्रयास है कि देश-विदेश के निवेशक और उद्योगपति मध्य प्रदेश में निवेश करें और औद्योगिक गतिविधियों का संचालन करें।
इससे प्रदेश में अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे। देश के विभिन्न भागों में हो रही इन्वेस्टर समिट से उद्योगपतियों और निवेशकों से संवाद, उनकी समस्याओं के समाधान और औद्योगिक गतिविधियों के प्रोत्साहन के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी उनसे साझा करने का अवसर मिलता है। यह परस्पर संवाद, आपसी विश्वास-सुरक्षा और भविष्य की संभावनाओं का आधार बनता है। अब तक हुई इन्वेस्टर समिट का प्रदेश को बड़े पैमाने पर लाभ मिला है। इसी क्रम में बेंगलुरु और मुंबई के बाद अब कोलकाता में इन्वेस्टर समिट हो रहा है।
सागर में होगी इन्वेस्टर समिट
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार लघु उद्योग, मध्यम श्रेणी के उद्योग, फूड इंडस्ट्री, आईटी पार्क के माध्यम से युवाओं, महिलाओं सहित सभी के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से अभियान के रूप में गतिविधियां संचालित कर रही है। क्षेत्रीय स्तर पर जारी इन्वेस्टर समिट के आगामी क्रम में 27 सितंबर को सागर में समिट का आयोजन होगा। प्रदेश में कुटीर उद्योग के रूप में बीड़ी और अगरबत्ती उद्योग घर-घर में होता था, सागर क्षेत्र की तो यह विशेष पहचान था।
निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश की भूमि है विशेष …
---विज्ञापन---आज कोलकाता में आयोजित ‘Interactive Session on Investment Opportunities in Madhya Pradesh’ कार्यक्रम के अंतर्गत राउंड टेबल वार्ता में विभिन्न क्षेत्रों के निवेशक एवं उद्योगपतियों से संवाद किया एवं उन्हें मध्यप्रदेश में निवेश के… pic.twitter.com/bmGtTEGj9t
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 20, 2024
वर्तमान में सागर क्षेत्र में खनिज सेक्टर भी प्रमुख गतिविधि के रूप में उभरा है। इससे पहले जबलपुर और ग्वालियर में समिट आयोजित किए हो चुके हैं। क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित समिट के माध्यम से निवेश और औद्योगिक गतिविधियों को क्षेत्रीय स्तर तक ले जाने में मदद मिली है। प्रदेश में औद्योगिक इकाइयों के भूमि पूजन और लोकार्पण का क्रम जारी है। साथ ही इन्वेस्टर समिट के माध्यम से हम उद्योगपतियों और निवेशकों को प्रदेश में आने के लिए आमंत्रित और प्रोत्साहित भी कर रहे हैं। इन प्रयासों का ही परिणाम है कि मध्य प्रदेश में शिक्षा, चिकित्सा सहित सभी औद्योगिक क्षेत्र में निवेश बढ़ा है और उद्योगपति प्रदेश में निवेश के लिए उत्साह के साथ इच्छुक हैं।
कोलकाता में उद्योगपतियों और निवेशकों से मुलाकात के दौरान सभी सेक्टर में चर्चा हुई है, जिसमें लगभग ₹20,000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव हमें प्राप्त हुए हैं।
यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी भारत को विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए समर्पित हैं, जिसमें मध्यप्रदेश अपनी… pic.twitter.com/qVDy3vNjOh
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औद्योगिक गतिविधियों के विस्तारीकरण और विविधिकरण
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रदेश में जो उद्योगपति पहले से सक्रिय हैं, उनकी गतिविधियों के विस्तारीकरण और विविधिकरण के लिए भी प्रदेश में अवसर उपलब्ध हैं। राज्य सरकार सहयोग और सकारात्मक वातावरण निर्मित करते हुए शिक्षा, चिकित्सा, उद्योग, खनन, वनीकरण, पर्यटन सहित सभी क्षेत्रों में गतिविधियों के विस्तार और विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
एमपी बिरला ग्रुप ने की बड़ी घोषणा
एमपी में बिरला ग्रुप (Birla Group) ने भी उज्जैन जिले के बडऩगर में 3000 करोड़ से सीमेंट इकाई स्थापित करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निवेशकों से कहा कि विकास के कारवां में सरकार को उद्योगपतियों के साथ बराबरी से चलना होगा। हम उद्योगपतियों के साथ सकारात्मक और सहयोगी दृष्टिकोण से कार्य के इच्छुक हैं।
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