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मध्य प्रदेश में बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बोले- सावधान रहें

Madhya Pradesh Flood Alert: मध्यप्रदेश में बारिश के कारण प्रदेश के कई बांधों में पानी का लेवल बढ़ गया है। जिस वजह से एमपी में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में सीएम मोहन यादव ने लोगों से सावधान रहने की अपील की है।

Edited By : Deepti Sharma | Updated: Jul 27, 2024 16:48
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flood alert in madhya pradesh
flood alert in madhya pradesh

Madhya Pradesh Flood Alert: मध्यप्रदेश में हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। एमपी के कई डैम अब पानी से लबालब भर गए हैं। अब ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि कई डैमों के गेट कभी भी खोले जा सकते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन ने आसपास के क्षेत्रों को चेतावनी भी जारी कर दी है। वहीं, निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को दूसरे इलाके में जाने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि अधिक बारिश की स्थिति में उत्पन्न होने वाले समस्याओं से बचने के लिए अपने लेवल पर भी सावधान रहें। विशेष रूप से बच्चों का ध्यान रखना जरूरी है। बच्चे ज्यादा वॉटर लेवल और बहाव क्षेत्र की तरफ न जाएं। इसके साथ ही थंडर यानी की बिजली से भी सावधान रहना जरूरी है। वर्षा से बचने के लिए पेड़ की शरण न ली जाए, क्योंकि आकाशीय बिजली पेड़ों पर अधिक गिरती है।

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मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश अब तक औसत से 4% अधिक बारिश हो चुकी है। बरगी बांध के गेट खुलने से पानी का लेवल बढ़ेगा। सभी संबंधित जिलों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। वर्षा से प्रभावित सागर और कटनी जिले में राहत शिविर भी लगाए गए हैं। प्रदेश में मानसून एक्टिव है और अगले चार दिन में जहां पूरे प्रदेश में हल्की वर्षा का पूर्वानुमान बताया गया है। वहीं, 3 डिवीजन में अधिक वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है।

भोपाल, नर्मदापुरम और जबलपुर डिवीजन के कुछ जिलों में भारी बारिश का अनुमान है। इनमें भोपाल, विदिशा, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, नर्मदापुरम, जबलपुर, कटनी, बालाघाट, सिवनी और छिंदवाड़ा शामिल हैं। इसके अलावा सागर डिवीजन में पन्ना और छतरपुर, रीवा डिवीजन में सतना जिले में भारी वर्षा का अनुमान जताया गया है।

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जिलों को सतर्क रहने के निर्देश

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि बरगी बांध जलाशय 53% तक भर चुका है। इसका जल स्तर अभी 416 मीटर है, जो अगले दो दिन में दो मीटर बढ़ सकता है, ऐसी स्थिति में बरगी डेम के गेट खोले जाएंगे। डाउन स्ट्रीम के जिलों जैसे जबलपुर, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, हरदा, खंडवा और खरगोन को इस संबंध में अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में ग्रामों के निवासियों को सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन को जरूरी सावधानी बरतने और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है।

अन्य बांधों का पानी का लेवल

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रदेश के अधिकांश सिंचाई बांध 50% के आसपास भर चुके हैं। इनमें गांधी सागर 56%, इंदिरा सागर 23 %, ओंकोरश्वर 44 % और राजघाट 30 % भरे हुए हैं।

सागर और कटनी में लगाए राहत शिविर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि पूरे प्रदेश में बारिश हो रही है। यह कृषि के लिए जरूरी भी है। ज्यादा वर्षा से कटनी और सागर जिलों में कुछ स्थानों पर निचली बस्तियों में पानी भर गया था। इन स्थानों पर राहत शिविर संचालित किए गए। इसी तरह रतलाम और श्योपुर जिले में कल काफी बारिश हुई।

नुकसान पर राशि का प्रावधान

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रदेश में इस मानसून में हुई वर्षा से फसलों को कहीं डैमेज होने की खबर नहीं है। जनहानि और पशुहानि के कुछ मामले जरूर सामने आए हैं, जिनमें प्रावधान के अनुसार, आर्थिक सहायता देने के निर्देश जिलों को दिए गए हैं। करीब 150 मकानों की क्षति की सूचना भी मिली है। ऐसे मामलों में भी सहायता दी जा रही है। इसके लिए जिलों में पर्याप्त बजट उपलब्ध करवाया गया है।

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Edited By

Deepti Sharma

First published on: Jul 27, 2024 04:48 PM

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