Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक दिन पहले यानी शुक्रवार को कहा कि राज्य में अगर फिर से भाजपा की सरकार बनती है तो हर घर के एक सदस्य को रोजगार दिया जाएगा। दरअसल, चुनावी राज्य में वादे और घोषणाएं आम बात है। चुनाव नजदीक आते ही सत्ता और विपक्ष राज्य की जनता के लिए वादे करती है। शिवराज सिंह चौहान ने भी इसी कड़ी में ‘हर घर से एक शख्स को रोजगार’ देने का वादा किया है।
मध्य प्रदेश में 2005 से अब तक भाजपा की सरकार का कब्जा है, हालांकि बीच में दो साल (2018 से 2020) कमलनाथ की सरकार रही है। यानी करीब 16 साल से भाजपा मध्यप्रदेश की सत्ता में काबिज है। अब एक बार फिर चुनाव के नजदीक आते ही शिवराज सिंह चौहान का ध्यान रोजगार की ओर गया है।
रोजगार की घोषणा करते वक्त शिवराज सिंह चौहान ने क्या कहा?
”मेरे भाईयों और बहनों, मध्य प्रदेश की माटी की पूजा और तुम्हारी सेवा के लिए मुख्यमंत्री बना हूं। दिन और रात काम करता हूं तुम्हारी जिंदगी बदलने के लिए और तुम्हारी जिंदगी में अगर बेहतरी आ गई। तो मेरी जिंदगी सफल हो गई, मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हो गया।” शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश
चुनाव के वक्त किसी भी पार्टी के नेताओं की ओर से ऐसे वादा करना, कोई नई बात नहीं है। दरअसल, शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ भाजपा अपने इस मजबूत किले को दरकने नहीं देना चाहती, इसलिए ऐसे वादे किए जा रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस भी एमपी में तमाम वादे कर चुकी है।
मध्यप्रदेश में किसका क्या वादा?
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का नया वादा ‘हर घर एक सदस्य को नौकरी’ देने का है। इससे पहले भाजपा मध्यप्रदेश में 2 लाख बेघरों को घर देने का वादा कर चुकी है। बीजेपी ने लाडली बहना योजना के तहत राशि 3000 रुपये तक करने का ऐलान किया है। इसके अलावा बीजेपी ने 11 लाख 19 किसानों का 2134 करोड़ रुपये ब्याज माफ करना का वादा भी किया है।
उधर, कांग्रेस पुरानी पेंशन लागू करने और किसानों की कर्ज माफी की गारंटी दे चुकी है। कांग्रेस ने 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने की घोषणा की है। साथ ही कांग्रेस ने महिलाओं को 1500 महीने देने और बिजली माफ करने की घोषणा भी की है।
मध्यप्रदेश में विधानसभा की 230 सीट है। 2018 में राज्य की सत्ता भाजपा के हाथ से फिसल गई थी, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में आने के बाद शिवराज सरकार ने एक बार फिर सत्ता पर काबिज हो गए। राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो 2023 की लड़ाई आसान नहीं है। भाजपा के लिए बड़ा वोट बैंक महिलाएं रही हैं, शायद इसी कारण महिलाओं को लेकर भी कई योजनाएं चल रहीं हैं।
MP में महिलाओं के लिए कौन-कौन सी योजनाएं?
भाजपा मध्यप्रदेश में ‘लाडली बहना योजना’ के तहत 1000 रुपये महीना दे रही है। अक्टूबर से इस राशि को 1250 रुपये करने की घोषणा की गई है। इसके अलावा ‘कन्या विवाह योजना’ के तहत गरीब बेटियों की शादी कराई जा रही है। मुख्यमंत्री की ओर से महिलाओं को 450 रुपये में गैस सिलेंडर देने की घोषणा भी की गई है। ‘जननी सुरक्षा योजना’ के तहत गर्भवती को 1400 रुपये दिए जा रहे हैं। वहीं, 50 वर्ष से ज्यादा उम्र की अविवाहित महिला को 600 रुपये पेंशन दी जा रही है।
मध्य प्रदेश सरकार ने महिलाओं को लुभाने के लिए लाई गई योजनाओं पर खुलकर पैसा भी खर्च किया जा रहा है। शिवराज सरकार ने महिलाओं के लिए 2023-24 के बजट में कुल 1 लाख 2 हजार 976 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके तहत ‘लाड़ली बहना योजना’ का बजट 5 हज़ार करोड़ रुपये, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए 660 करोड़ रुपये, पीएम मातृ वंदना योजना का बजट 1466 करोड़, लाडली लक्ष्मी योजना का बजट 929 करोड़ रुपये, जबकि कन्या विवाह और निकाह योजना पर 80 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है।
भाजपा-कांग्रेस के किस योजना पर जनता को कितना भरोसा?
हाल ही में IBC-24 टीवी चैनल की ओर से एक सर्वे किया गया, जिसमें पूछा गया कि राज्य की राजनीतिक पार्टियों की किस योजना को जनता गेमचेंजर मानती है? सर्वे में सामने आया कि कांग्रेस की ‘किसानों के कर्ज माफी’ वाले वादे को सबसे ज्यादा प्रभावी माना जा रहा है। 37 फीसदी लोगों ने कांग्रेस की ओर से किए गए इस वादे को बेहतर बताया। 27 फीसदी लोगों ने ‘पुरानी पेंशन बहाली’ और 29 फीसदी लोगों ने ‘500 रुपये में सिलेंडर’ वाले वादे को भी जनता के लिए उपयुक्त बताया। ‘महिलाओं को 18 हजार रुपये’ देने वाले वादे को 7 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिला।
सर्वे में शिवराज सरकार की ओर से चलाई जा रही ‘लाडली बहना योजना’ को 51 प्रतिशत लोगों ने बेहतर बताया। इसके अलावा, ‘लाडली लक्ष्मी योजना’ को 24 फीसदी और ‘सीएम स्वराज योजना’ को 25 फीसदी लोगों ने जनता के लिए उपयुक्त बताया।