MP News: मध्य प्रदेश में साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस तैयारियों में जुटी है। पार्टी के सभी नेता अभी से रणनीति बनाने में जुटे हैं। लेकिन चुनाव के नजदीक आते ही विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेता भी अभी से सक्रिए हो गए हैं, कई विधानसभा क्षेत्रों में नेताओं ने खुद को भावी प्रत्याशी भी बताना शुरू कर दिया है। ऐसे नेताओं के लिए कमलनाथ ने अहम निर्देश जारी किया है।
कोई भी खुद को भावी प्रत्याशी न बताएं
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से एक लेटर जारी किया गया है। जिसमें नेताओं और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि ‘कोई भी नेता किसी भी विधानसभा क्षेत्र में खुद को भावी प्रत्याशी न बताए। अगर कोई खुद को भावी प्रत्याशी बताकर सोशल मीडिया और अन्य जगह पर प्रचार प्रसार कर रहा है तो वह तत्काल बंद कर दें, इसके बाद भी अलर किसी ने इस तरह से प्रचार-प्रसार किया तो फिर कांग्रेस पार्टी की तरफ से कार्रवाई की जाएगी।’ बताया जा रहा है कि खुद कमलनाथ ने यह निर्देश दिए हैं।’
कई नेता खुद को बता रहे प्रत्याशी
दरअसल, चुनाव में भले ही अभी 6 महीने से ज्यादा का वक्त है, लेकिन कई नेता अभी से खुद को प्रत्याशी बता रहे हैं। कई विधानसभा क्षेत्रों में नेताओं ने खुद को प्रत्याशी बताना शुरू कर दिया है। ऐसे में बगावत का डर बन रहा है। जबकि कई विधानसभा क्षेत्रों में असमंजस की स्थिति भी बनती दिख रही है। ऐसे में कमलनाथ की तरफ से यह निर्देश जारी करवाया गया है।
बीजेपी ने साधा निशाना
कांग्रेस के इस आदेश पर बीजेपी ने निशाना साधना शुरू कर दिया है। बीजेपी प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘कमलनाथ खुद को आप भावी मुख्यमंत्री बताएं तो ठीक लेकिन कार्यकर्ता बताएं तो तकलीफ। यह उचित नहीं है न कि आप स्वयं को भावी मुख्यमंत्री के रूप में प्रचारित करें और यदि आपके दल कार्यकर्ता खुद को भावी प्रत्याशी लिखे तो आपको भारी पड़ रहा है। आप कार्यकर्ता को धमका रहे हो।बहुत नाइंसाफी है ये।’