Gwalior News: कर्ण मिश्रा। ग्वालियर के रहने वाले अजमेर जाटव की बेटी का जब जन्म प्रमाण पत्र बना तो वह खुशी से झूम उठे। आखिर ऐसा क्या हुआ जो उन्हें इतनी खुशी हुई। दरअसल, अजमेर ने कई बार दफ्तरों के चक्कर लगाए पर बिटिया प्राची का जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनवा पाए। पर आज जब देखते ही देखते प्राची का जन्म प्रमाण पत्र बनाकर उन्हें सौंपा गया तो अजमेर खुशी से झूम उठे।
जौरा पंचायत का है मामला
यह सच्ची दास्तां है ग्वालियर जिले की जनपद पंचायत भितरवार की ग्राम पंचायत जौरा की। जहां मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान- द्वितीय चरण के तहत बुधवार को शिविर लगा था। अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले अजमेर जाटव ने इस शिविर में अपनी बेटी प्राची का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अर्जी लगा दी।
इस काम के लिए काफी समय से भटक रहे अजमेर बताते हैं कि मुझे जरा सी भी उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी जन्म प्रमाण पत्र बन जाएगा। पर उनकी यह नाउम्मीदी निर्मूल साबित हुई। लेकिन जब उनका यह काम हुआ तो उन्हें बहुत खुशी हुई।
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह की पहल पर ग्वालियर जिले में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के तहत आयोजित हो रहे शिविरों में सभी जरूरतमन्दों के जन्म व मृत्य प्रमाण बनाने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय ने अजमेर का काम आसान कर दिया। जनपद पंचायत भितरवार के सीईओ कुलदीप श्रीवास्तव ने ग्राम पंचायत जौरा के सचिव को बुलाकर शिविर में ही अजमेर की बिटिया प्राची का जन्म प्रमाण पत्र बनवा दिया।
बेटी का स्कूल में होगा दाखिला
जन्म प्रमाण पत्र पाकर अजमेर जाटव की खुशी देखते ही बनी। अजमेर बोले अब मेरी बेटी का आधार कार्ड बन जाएगा और स्कूल में भी दाखिला हो जाएगा। वे कहने लगे भला हो मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का जिन्होंने जनसेवा शिविर लगवाकर हम जैसे जरूरतमन्दों की कठिनाइयों को दूर कर दिया है।