Maa Kali statue Fire in Gwalior(कर्ण मिश्रा) : ग्वालियर में मूर्ति विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा हुआ है, काली माता की मूर्ति के विसर्जन के दौरान आग लग गई। हालांकि, आचानक लगी आग को श्रद्धालु चमत्कार बता रहे हैं, उनका कहना है कि यह कोई हादसा नहीं है बल्कि काली मां ने इस तरह से अग्नि स्नान किया है।
भितरवार की घटना
बता दें कि यह घटना ग्वालियर जिले के भितरवार की है, जहां विसर्जन के दौरान काली मां की मूर्ति में अचानक आग लग गई। काली मां की मूर्ति, खटीक समाज द्वारा 9 दिन के लिए काली माता प्रांगण में बिठाई थी। दशहरा के बाद काली मां के भक्त मूर्ति को विसर्जित करने के लिए भितरवार पहुंचे थे, जहां पर विसर्जन करने से पहले ही दाह घाट पर मूर्ति में आग लग गई।
काबू से बाहर हुई आग
पहले तो लोगो ने तेजी से फैली आग को बुझाने के प्रयास किए, लेकिन जब कुछ ही देर में माता की प्रतिमा से उठने वाली लपटें काबू से बाहर हो गईं तो उन्होंने तुरंत काली मां की मूर्ति का विसर्जन कर दिया।
दुर्गा विसर्जन का महत्त्व
दुर्गा विसर्जन का हिंदुओं में बहुत महत्व है क्योंकि यह वह दिन है जब हम सभी देवी आदि शक्ति को अलविदा कहते हैं और देवी से प्रार्थना करते हैं कि वह अगले साल फिर से हमारे घरों में आएं और जीवन को खुशियों और समृद्धि से भर दें। यह त्यौहार मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, कोलकाता, ओडिशा, त्रिपुरा, बिहार और असम में मनाया जाता है।