MP Politics: चुनावी साल में ग्वालियर चंबल अंचल मध्य प्रदेश की सियासत का मुख्य केंद्र बन गया है, यही वजह है कि यहां पर सभी राजनीतिक दल खुद को मजबूत करना चाहते हैं। जिसके लिए धरना प्रदर्शन से लेकर जनता के बीच जनसभा को संबोधित करना लगातार देखने मिल रहा है। ग्वालियर में शनिवार का दिन मध्य प्रदेश की सियासत का एक बड़ा दिन होगा, क्योंकि इस दिन ग्वालियर में राजनीतिक दलों का बड़ा शक्ति प्रदर्शन होने जा रहा है।
सीएम शिवराज का दौरा
24 जून शनिवार को ग्वालियर में सूबे के मुखिया सीएम शिवराज सिंह चौहान ग्वालियर दौरे पर आ रहे हैं, इस दौरान सीएम शिवराज मेला मैदान में आयोजित होने जा रहे महिला सम्मेलन सह आवासीय अधिकार पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान एक विशाल सभा को सम्बोधित करेंगे। सीएम चुनावी साल में अंचल की जनता को 500 करोड़ से ज्यादा के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन कर सौगात देंगे। इस दौरान सीएम शिवराज के साथ अंचल के दोनों केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर सहित शिवराज सरकार के 1 दर्जन से ज्यादा मंत्री मौजूद रहेंगे।
कल कांग्रेस का प्रदर्शन
चुनावी साल में इसी दिन कांग्रेस भी प्रदेश स्तरीय एक बड़ा धरना ग्वालियर में फूलबाग चौराहे पर करने जा रही है, जिसमें कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह सहित कांग्रेस के कई बड़े दिग्गज चेहरे और विधायक पदाधिकारी कार्यकर्ता शामिल होंगे। इस प्रदर्शन के जरिए कांग्रेस प्रदेश सरकार के खिलाफ अंचल में बड़ा सियासी बिगुल फूंकने जा रही है।
कांग्रेस के मध्य प्रदेश सह प्रभारी शिव भाटिया का कहना है कि प्रदर्शन के जरिए जनता के बीच बीजेपी के काले चेहरे को बेनकाब करने पूरी कांग्रेस उतरेगी। और कांग्रेस के वादों और इरादों को जनता के बीच लेकर जाएगी। कमलनाथ जी के 5 मुख्य वादों को जनता के बीच घर घर बताने कांग्रेस जा रही है। 24 का दिन BJP हमेशा याद रखेगी।
सिलावट का पलटवार
वहीं कांग्रेस के आरोपों पर मंत्री तुलसी सिलावट ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस हो या कोई भी अन्य राजनीतिक दल ग्वालियर चंबल अंचल वीरों की भूमि है, यहां पर वही जनता के बीच जाने की हिम्मत रखता है, जिसके वादों और इरादों में मजबूती होती है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार हर वर्ग के लिए काम कर रही है ऐसे में कांग्रेस कितना भी झूठ बोले 2023 में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनेगी और कांग्रेस का चेहरा फिर बेनकाब हो जाएगा।’
ग्वालियर-चंबल पर सबका फोकस
गौरतलब है कि वर्तमान में ग्वालियर जिले की 6 विधानसभा सीटो पर 4 पर कांग्रेस जबकि 2 सीटो पर BJP काबिज है। वही अंचल की 34 सीटों में 17 बीजेपी और 17 कांग्रेस के कब्जे में है, ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी यहां सबसे ज्यादा जोर आजमाइश कर रहे है। क्योंकि आंकड़े बता रहे है कि जिले के साथ अंचल में दोनो ही दलों की मजबूती यहां के सियासी गर्माहट के बाजार को और तेज कर रही है। ऐसे में देखना होगा कि दोनों प्रमुख दलों का यह शक्ति प्रदर्शन उनके लिए 2023 में कितना माइलेज देगा।
ग्वालियर से कर्ण मिश्रा की रिपोर्ट