MP News: मध्य प्रदेश को हाल ही में राष्ट्रीय जल पुरस्कार मिला था। जिस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुशी जताई है। सीएम शिवराज प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और उनकी टीम को बधाई दी है। सीएम ने कहा कि यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। कई चीजों में हम नंबर एक हैं। पहले हमने स्वच्छता के क्षेत्र में पुरस्कार लिया और अब मध्यप्रदेश को राष्ट्रीय जल पुरस्कार मिला है। हम पहले स्थान पर आए हैं।
यह अवॉर्ड गर्व का विषय है
सीएम शिवराज ने कहा कि ‘देश में जल-संरक्षण और प्रबंधन में मध्यप्रदेश प्रथम स्थान पर है, यह बड़ी उपलब्धि है। मध्यप्रदेश कई क्षेत्रों में देश में प्रथम है, स्वच्छता में हम कुछ वर्षों से अग्रणी हैं। यह हम सबके लिए गर्व और गौरव का विषय है। प्रदेश में सिंचाई की क्षमता बढ़ी है, हम पानी की एक-एक बूंद का उपयोग करने के लिए कैनाल इरीगेशन के स्थान पर प्रेशराइज्ड पाइप से सिंचाई की व्यवस्था कर रहे हैं, इससे उपलब्ध पानी से पौने 2 गुना अधिक क्षेत्र में सिंचाई संभव हो रही है। साथ ही प्रदेश में जल- संरचनाओं का जाल बिछाया गया है। इन कार्यों के लिए ही भारत सरकार द्वारा मध्यप्रदेश को पुरस्कृत किया गया है।’
सीएम ने कहा कि ‘इस उपलब्धि के लिए जल संसाधन पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा नर्मदा घाटी विकास विभाग बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री ने कैबिनेट बैठक से पहले जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।’
वहीं जल संसाधन मंत्री सिलावट ने बताया सीएम शिवराज के नेतृत्व में जब से सिंचाई परियोजनाओं का निर्माण माइक्रो सिंचाई योजनाओं के रूप में किया जाने लगा है, तब से मध्यप्रदेश में पानी की अधिक बचत हो रही है। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग द्वारा जल-संरक्षण/प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रयासों को सम्मानित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य की श्रेणी में मध्यप्रदेश को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
बता दें कि हाल ही में ही दिल्ली में आयोजित एक जल शक्ति मंत्रालय ने मध्य प्रदेश को यह सम्मान दिया था। जिसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंत्री तुलसी सिलावट को सम्मानित किया था। इसी उपलब्धि पर आज सीएम ने सिलावट को सम्मानित किया।