Madhya Pradesh CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश को केंद्र सरकार की तरफ से जल्द ही केन बेतवा लिंक परियोजना की सौगात मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर 2024 को खजुराहो में केन बेतवा लिंक प्रोजेक्ट का भूमि-पूजन करेंगे। इसको लेकर खजुराहो में राज्यीय स्तर पर प्रोजेक्ट के भूमि-पूजन की तैयारियां शुरू हो गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बीते दिन खजुराहो पहुंचे और भूमि-पूजन के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा की। इसके अलावा सीएम मोहन यादव ने कार्यक्रम स्थल खजुराहो मेला ग्राउंड का निरीक्षण भी किया। इसके बाद सीएम मोहन यादव ने भूमि-पूजन की तैयारियों को लेकर जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी के साथ एक बैठक की। इस बैठम में खजुराहो सांसद वीडी शर्मा और वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार भी शामिल है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज छतरपुर जिले के प्रवास के दौरान आगामी 25 दिसंबर को माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के खजुराहो आगमन की तैयारियों की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम स्थल खजुराहो मेला ग्राउंड का अवलोकन किया और तैयारियों को सुचारू रूप से पूर्ण करने… pic.twitter.com/EmGXngUGTj
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) December 19, 2024
सीएम मोहन का अधिकारियों को निर्देश
इस बैठक में कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने PPT के जरिए कार्यक्रम के रूट चार्ट, कार्यक्रम स्थल और बाकी तैयारियों के ऊपर पॉइन्टवाइज प्रेजन्टेशन दी। इस बैठक में आसपास के जिले के लोगों को शामिल किया गया और कार्यक्रम की व्यवस्था की गहन समीक्षा की गई। इस बैठक में सीएम मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जल अभियान से आम जनता को जोड़ने के लिए संकल्प पत्र बांटे जाएं। उन्होंने SPG की बैठक के बाद विभागीय अधिकारियों को समन्वय के साथ काम करने के निर्देश दिया। उन्होंने कहा इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्रदर्शित करें।
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सीएम ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा
खजुराहो के मेला ग्राउंड में कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करते हुए सीएम मोहन यादव ने प्रोग्राम की तैयारियों और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। साथ ही अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी इतिहास में विश्व की नई इबारत लिखने वाले हैं। इस प्रोजेक्ट से पूरे इलाका सूखामुक्त हो जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट से 8.50 लाख से अधिक हेक्टेयर जमीन को सिंचाई का लाभ मिलेगा। साथ ही लाखों लोगों को पीने का पानी मिलेगा।