भोपाल: विधानसभा चुनाव के नजदीक आ जाने के चलते विभिन्न राजनैतिक पार्टियों ने अपने-अपने हिसाब से जनता की नब्ज पकड़ने की जुगत शुरू कर दी है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तो आखिरी चरण में चल रही जन आशीर्वाद यात्रा में मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्री स्तर के लोगों को उतार दिया है। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के जरिये कांग्रेस नेतृत्व, खासकर गांधी परिवार पर हमला बोला है। स्मृति ने कमलनाथ की तरफ से छिंदवाड़ा में किए गए हिंदू प्रचार समर्थित कार्यक्रम पर टिप्पणी करते हुए उन्हें गांधी परिवार से अपने समर्थक दल डीएमके नेता द्वारा दिए गए बयान पर चुप्पी का कारण पूछने की बात कही है।
-
मध्य प्रदेश में आखिरी चरण में चल रही जन आशीर्वाद यात्रा में मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्री स्तर के लोगों को उतारा भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व ने
ध्यान रहे जैसे ही सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ मध्य प्रदेश में मतदान संख्या बढ़ने के साथ अंतिम चरण में प्रवेश कर रही है, भगवा पार्टी ने एक से बढ़कर एक दिग्गज नेताओं को अपने चुनाव अभियान में उतारना शुरू कर दिया है। इनमें पिछले दो दिन में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कटनी, गुना और हरदा जिलों में यात्राओं में हिस्सा लिया, जबकि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्य के सबसे बड़े जिले छिंदवाड़ा में एक यात्रा में हिस्सा लिया, जहां वह एक साल से अधिक समय से यात्रा कर रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद रविवार को पूर्व सीएम और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के गृह जिले गुना जिले में थे। सोमवार को इस यात्रा में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक शामिल हुए। हाल के दिनों में भाजपा ने डीएमके नेताओं, कर्नाटक के मंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे के सनातन धर्म विरोधी बयानों पर कांग्रेस को घेरने की कोशिश की है।
इसी कड़ी में स्मृति ईरानी ने इस विवाद पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और उनके परिवार के सदस्यों की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘मुझे बताया गया है कि कमल नाथ ने छिंदवाड़ा में हिंदू प्रचारकों के लिए कार्यक्रम आयोजित किए थे, लेकिन अगर वह एक कट्टर हिंदू हैं, तो उन्हें गांधी परिवार से सनातन विरोधी बयानों पर जान-बूझकर चुप्पी तोड़ने और डीएमके को बाहर करने के लिए विपक्षी गठबंधन के पास कहने का साहस होना चाहिए’।
उन्होंने 14 टीवी एंकरों का बहिष्कार करने वाले भारतीय गुट का भी मजाक उड़ाया और उनसे पूछा कि यदि वे (विपक्ष) 14 पत्रकारों से इतने डरते हैं, तो वे अगले आम चुनाव में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कैसे लड़ेंगे? इसी लहजे में असम के सीएम सरमा ने कहा कि हिंदुओं और उनके धर्म का अपमान करना कांग्रेस की शैली बन गई है। राहुल गांधी को हिंदू धर्म का अपमान करने वाले इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का साहस होना चाहिए।