भोपाल: मध्यप्रदेश के पेंशनरों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार द्वारा दिवाली बोनस मिलने वाला है। शिवराज सरकार दीपावली से पहले 12 प्रतिशत महंगाई भत्ता (dearness allowance) बढ़ा सकती है। महंगाई भत्ता (DA) बढ़ाने का लाभ प्रदेश के 4 लाख से ज्यादा पेंशनरों को मिलेगा। शिवराज सरकार ने इसके लिए छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार (bhupesh government of chhattisgarh) से सहमति मांगी है।
इसलिए मांगी सीएम भूपेश से सहमति
छत्तीसगढ़ सरकार से सहमति मांगने के पीछे की वजह यह है कि राज्य पुनर्गठन अधिनियम 2 की धारा 49 में यह प्रावधान है कि दोनों राज्यों से संबंधित वित्तीय मामलों में एक दूसरे की सहमति काफी जरूरी है। अगर छत्तीसगढ़ सरकार सहमति दे देती है तो मध्यप्रदेश के पेंशनरों को 12 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने का रास्ता साफ हो जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि दीपावली से पहले शिवराज सरकार पेंशनरों को मंहगाई भत्ता देने पर मोहर लगा सकती है।
सहमति मिलते ही पेंशनरों को प्रति माह 34% की दर से महंगाई भत्ता लगेगा। प्रदेशभर में जून 2022 से 22 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिल रहा है। इसकी क्रियान्वयन में वित्त विभाग (finance department) ने छत्तीसगढ़ की वित्त विभाग को सहमति के लिए पत्र लिखा है जिसे आगामी समय के लिए आदेश जारी हो सके। हाल ही में छत्तीसगढ़ सरकार ने 14 सितंबर को पेंशनर की महंगाई राहत को 6% बढ़ाया है।
पेंशनर लंबे समय से कर रहे हैं महंगाई भत्ता बढ़ाने की मांग
प्रदेश में कर्मचारियों को 2022 से 34 प्रतिशत की दर से प्रति माह महंगाई राहत मिल रही है, लेकिन पेंशनरों को मात्र 22 प्रतिशत इससे साढ़े 4 लाख से भी ज़्यादा पेंशनरों को लाभ होगा। पेंशनर लंबे समय से महंगाई राहत को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। वो भी कहीं न कहीं एक राहत की सांस लेते हुए नज़र आएंगे। फिलहाल वित्तीय विभाग को छत्तीसगढ़ सरकार से सहमति का इंतजार है। सहमति के बाद ही आगामी समय में आदेश को लेकर कुछ हो सकेगा।