Jharkhand Minor Torture Case: झारखंड की नाबालिग लड़की का गुरुग्राम में उत्पीड़न का मामला सामने आया है। पुलिस ने नाबालिग को दंपत्ति के घर से छुड़ाया है। पुलिस ने कहा कि गुरुग्राम में एक दंपति ने महीनों तक 14 साल की लड़की को प्रताड़ित किया। नाबालिग को दंपति ने अपने बच्चे की देखभाल के लिए रखा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को पुलिस और वन-स्टॉप क्राइसिस सेंटर सखी की एक संयुक्त टीम ने न्यू कॉलोनी से लड़की को छुड़ाया। पुलिस ने कहा कि आरोप है कि निजी कंपनियों में काम करने वाले न्यू कॉलोनी के दंपति ने लड़की को प्रताड़ित किया है। लड़की के हाथ, पैर और मुंह पर कई चोट के निशान पाए गए हैं।
पांच महीने पहले नाबालिग को बच्ची की देखभाल के लिए रखा था
रांची की रहने वाली नाबालिग लड़की को दंपति ने अपनी साढ़े तीन साल की बेटी की देखभाल के लिए पांच महीने पहले एक प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए नौकरी पर रखा था। आरोप है कि इस दौरान दंपति ने उससे काम कराया और उसे बेरहमी से पीटा। पूरी रात सोने नहीं देने के साथ ही खाना भी नहीं दिया गया।
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सखी केंद्र प्रभारी पिंकी मलिक ने अपनी शिकायत में कहा कि उसका मुंह पूरी तरह सूज गया था जबकि उसके शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान पाए गए। मलिक ने दावा किया कि खाना नहीं दिए जाने के बाद नाबालिग कूड़ेदान में फेंका खाना खाकर कई दिनों तक रही। फिलहाल नाबालिग का अस्पताल में इलाज चल रहा है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
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दंपति के खिलाफ इन धाराओं में केस दर्ज
दंपति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323 (चोट पहुंचाना) और 342 (गलत कारावास) और किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम और पॉक्सो अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत न्यू कॉलोनी पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है। न्यू कॉलोनी पुलिस थाने के एसएचओ दिनकर ने कहा, “हम तथ्यों की पुष्टि कर रहे हैं और दंपति को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
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