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झारखंड

बाल दिवस पर यूनिसेफ के पूर्व बाल पत्रकारों एवं युवाओं से मिले मुख्यमंत्री सोरेन, 25 वर्षों की बाल अधिकार यात्रा के साझा किए अनुभव

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार ने वर्तमान तथा आने वाली पीढ़ी के बच्चों के समग्र विकास हेतु कई अलग-अलग योजनाओं का संचालन कर रही है जिससे उनको बेहतर दिशा दी जा सके।

Author Written By: News24 हिंदी Updated: Nov 15, 2025 00:20
Chief Minister hemant Soren met former UNICEF child

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज कांके रोड रांची स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में बाल दिवस के अवसर पर यूनिसेफ के पूर्व बाल पत्रकारों एवं युवाओं से आत्मीय संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अपनी ओर से उन्हें बाल दिवस एवं झारखंड स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई तथा शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने उपस्थित यूनिसेफ के पूर्व बाल पत्रकारों एवं युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज से 25 वर्ष पहले झारखंड ने एक राज्य के रूप में अपनी यात्रा शुरू की थी, उसी वर्ष आज के कई युवा अपने बचपन के पहले कदम रख रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे बच्चे-बच्चियां तथा युवा वर्ग ही राज्य एवं देश के भविष्य हैं, इन्हें हर रूप से मजबूत बनाकर ही एक समृद्ध और विकसित राज्य की परिकल्पना पूरी की जा सकती है। छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ देकर विद्यार्थियों को आर्थिक रूप से मदद पहुंचाई जा रही है।

कई महत्वाकांक्षी योजनाओं का संचालन

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार प्राइमरी, मिडिल एवं हाई स्कूल के साथ-साथ कॉलेज में उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को आर्थिक रूप से मजबूत करने निमित्त कई महत्वाकांक्षी योजनाओं का संचालन कर रही है। अलग-अलग प्रकार की छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ देकर विद्यार्थियों को आर्थिक रूप से मदद पहुंचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे बच्चे-बच्चियों को शिक्षा ग्रहण करने में सबसे बड़ी बाधा गरीबी रहा है। आज से कुछ वर्ष पहले तक गरीब-जरूरतमंद परिवार के बच्चे शिक्षा नहीं ले पा रहे थे परंतु हमारी सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में एक सकारात्मक बदलाव लाने का कार्य किया है जहां बच्चों के विकास की राह में गरीबी बाधा न बन सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 80 सरकारी विद्यालयों को सीएम स्कूल आफ एक्सीलेंस के रूप में अपग्रेड किया गया है जहां निजी विद्यालयों के तर्ज पर गरीब-जरूरतमंद परिवार के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराया जा रहा है। आने वाले समय में राज्य में बड़ी संख्या में सरकारी विद्यालयों को सीएम स्कूल आफ एक्सीलेंस के रूप में परिवर्तित करने की योजना है ताकि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी हमारी युवा पीढ़ी को बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सके।

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10वीं तथा 12वीं के टॉपर्स को पुरस्कृत करेगी सरकार

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारे राज्य के विद्यालयों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को शारीरिक एवं मानसिक रूप से सेहतमंद बनाने के लिए कई अलग-अलग योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। आने वाले समय में राज्य सरकार जरूरत के अनुरूप चरणबद्ध तरीके से योजनाओं का संचालन करती रहेगी। मुख्यमंत्री ने उपस्थित यूनिसेफ के सभी पूर्व बाल पत्रकार एवं युवाओं से कहा कि जिस प्रकार आप सभी लोग सरकार की योजनाओं का लाभ ले रहे हैं, उसी प्रकार आपके वैसे साथी जो योजनाओं के लाभ से वंचित हैं उन्हें सरकार की योजनाओं से जोड़ने का कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार प्रत्येक वर्ष 10वीं तथा 12वीं के टॉपर्स विद्यार्थियों को पुरस्कृत करने का कार्य करती है। साथ ही मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटॉप, मोबाइल सहित सम्मान राशि भी प्रदान करती है। इस अवसर पर सचिव महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग मनोज कुमार भी उपस्थित रहे।

सभी ने अपने अपने साझा किए अनुभव

इस कार्यक्रम में शामिल यूनिसेफ के पूर्व बाल पत्रकारों एवं झारखंड के केजीबीवी (कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय) एवं जेबीएवी (झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय) की बालिकाओं ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि कैसे महिला एवं बाल विकास से संबंधित योजनाओं एवं नीतियों, जैसे कि मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, समर अभियान, ज्ञान सेतु, गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना, सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस, मुख्यमंत्री सारथी योजना, एमएचएम लैब्स, मध्याह्न भोजन में अंडे का शामिल करना, इको क्लब, क्लीन एंड ग्रीन कैंपस और स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार जैसी योजनाओं ने उनके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और समग्र विकास को सुनिश्चित करने और अवसरों के द्वार खोलने में अहम भूमिका अदा की। मौके पर उपस्थित सभी पूर्व बाल पत्रकारों एवं युवाओं ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन एवं झारखंड सरकार के प्रति धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया। सभी ने अपने अपने अनुभव साझा किए और मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि किस प्रकार इन सभी योजनाओं के माध्यम से शहरी एवं ग्रामीण विद्यार्थियों को आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है। सभी ने बताया कि योजनाओं का लाभ मिलने से परिजनों को काफी राहत मिली है।

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राज्य सरकार के कार्य की सराहना..

यूनिसेफ झारखंड की प्रमुख, डॉ. कनिनिका मित्रा ने मुख्यमंत्री को झारखंड राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर उन्हें बधाई दी तथा बच्चों एवं युवाओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि युवाओं के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की उपस्थिति यह दर्शाती है कि झारखंड के प्रत्येक बच्चे को आगे बढ़ने का अवसर देने हेतु राज्य सरकार कितनी सजग और प्रतिबद्ध है। यहां उपस्थित युवा झारखंड सरकार द्वारा इनके विकास हेतु किए गए निवेश का जीवंत परिणाम हैं और ये राज्य के विकास के उत्कृष्ट मानदंड भी हैं। यूनिसेफ झारखंड की कम्युनिकेशन, एडवोकेसी एवं पार्टनरशिप विशेषज्ञ, सुश्री आस्था अलंग ने कहा कि आज का दिन केवल पीछे देखने का नहीं, बल्कि बच्चों की आशाओं और सपनों को पूरा करने हेतु आगे देखने का भी दिन है। इन युवाओं की बातें हमें याद दिलाती हैं कि हर बच्चे का अधिकार महत्वपूर्ण है और हर बच्चे को अपने सपने पूरा करने का अवसर मिलना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आप सभी बाल पत्रकारों एवं युवाओं से बातें कर मुझे बहुत अच्छा लगता है। मैं पुनः अपनी ओर से आप सभी को बाल दिवस एवं झारखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देता हूं। मुख्यमंत्री ने यूनिसेफ झारखंड द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।

First published on: Nov 15, 2025 12:09 AM

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