---विज्ञापन---

‘झारखंड में आदिवासी महिलाओं से शादी करने वाले ‘घुसपैठियों’ के नाम नहीं होगी जमीन’ गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा बयान

Jharkhand Assembly elections 2024: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हम घुसपैठियों की पहचान करने, उन्हें बाहर निकालने और उनके द्वारा हड़पी गई जमीन वापस लेने के लिए एक समिति बनाएंगे।

Edited By : Amit Kasana | Updated: Nov 11, 2024 17:28
Share :
Jharkhand Assembly elections 2024, Amit Shah, tribal women, Bangladeshi, law land transfer infiltrators
Amit Shah

Jharkhand Assembly elections 2024: झारखंड में आदिवासी महिलाओं से शादी करने वाले ‘घुसपैठियों’ को जमीन नहीं दी जाएगी। सोमवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर झारखंड में भाजपा सत्ता में आई तो वह आदिवासी लड़कियों से विवाह करने वाले घुसपैठियों को भूमि हस्तांतरण रोकने के लिए कड़ा कानून लाएगी।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सरायकेला में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी ऐसी परिस्थितियों में पहले से ही अधिग्रहित भूमि को पुनः प्राप्त करेगी और इसे मूल आदिवासी परिवारों को वापस करेगी। बता दें झारखंड में कुल 81 विधानसभा सीट हैं। यहां 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा, जिसके बाद 23 नवंबर को मतगणना होगी।

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ें: हेमंत सोरेन के प्रस्तावक मंडल मुर्मू कौन? जिनका गला काटने पर 50 लाख के इनाम से मचा बवाल

घुसपैठियों की पहचान करने के लिए बनेगी समिति

केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि झारखंड में आदिवासियों की आबादी घट रही है। घुसपैठिए हमारी बेटियों से शादी करके उनकी जमीन हड़प रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर घुसपैठिए आदिवासी महिलाओं से शादी करते हैं तो हम उन्हें जमीन हस्तांतरित करने से रोकने के लिए कानून लाएंगे। हम घुसपैठियों की पहचान करने, उन्हें बाहर निकालने और उनके द्वारा हड़पी गई जमीन वापस लेने के लिए एक समिति भी बनाएंगे।

‘हेमंत ने किया चंपई सोरेन का अपमान’

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हेमंत सोरेन ने झामुमो के पूर्व दिग्गज नेता चंपई सोरेन का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन को घुसपैठ और आदिवासी अधिकारों के बारे में बोलने के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया। जबकि चंपई सोरेन इतने वर्षों तक गुरु जी (सिबू सोरेन) और हेमंत सोरेन के प्रति वफादार रहे, लेकिन जिस तरह से उन्हें अपमानित किया गया और निष्कासित किया गया, वह न केवल उनका अपमान है, बल्कि पूरे आदिवासी समाज का अपमान है।

ये भी पढ़ें: Video: झारखंड में किसकी बनेगी सरकार? चुनाव को लेकर सामने आया ताजा सर्वे

HISTORY

Edited By

Amit Kasana

First published on: Nov 11, 2024 05:15 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें