Himachal Pradesh cryptocurrency scam: हिमाचल प्रदेश में फर्जी क्रिप्टोकरेंसी का मामला छाया हुआ है। पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने लगभग 35 जगहों पर रेड की है। दो आरोपियों को कुछ दिन पहले गुजरात से अरेस्ट किया गया था। मंडी निवासी हेमराज राजपूत और सुखदेव ठाकुर को एसआईटी ने अरेस्ट किया था। साइबर क्राइम के अलर्ट के बाद भी लगातार लोग ठगों के झांसे में फंस रहे हैं। आखिर ऐसा क्या है कि लोग आसानी से ठगों के झांसे में आ जाते हैं।
चेन बनाकर फंसाओ, बाद में कीमत बढ़ा दो
लोगों को ठग कहते हैं कि कम समय में आपका पैसा डबल हो जाएगा।इस धंधे में अब जिक्र हो रहा है गलीचा बिछाना और गलीचा खींचने का। आखिर ये सब क्या है। कैसे घोटालेबाज लोगों को अच्छे रिटर्न का झांसा देकर जाल में फंसा रहे हैं। अभी तक लगभग 200 करोड़ की धोखाधड़ी सामने आ चुकी है। मामले को पोंजी स्कीम से जोड़ भी देखा जा रहा है। पोंजी स्कीम में पहले चेन बनाकर संपत्ति बनाई जाती है।
फिर लोगों को झांसे में रख बेचने के लिए कीमतें बढ़ा दी जाती हैं। इसके बाद कीमतें कम कर पैसा लेकर गायब हो जाना। घोटालेबाजों ने इस मामले में पहले डिजिटल मुद्राओं की कीमतों में इजाफा किया। इसे रग पुल भी कहा जाता है। रग पुल घोटाले का स्वरूप है। जिसमें किसी योजना में निवेश के बहाने लोगों का पैसा लाया जाता है। इसके तरीके अलग हैं।
जैसे ऑनलाइन खातों को असक्रिय करना, निवेशकों को टोकन बेचने से बैन करना और योजना की लिक्विडिटी को गायब करना। जालसाज स्वयं के टोकन बाजार में उतारते हैं, जिससे कीमत गिरती है। रग पुल का मतलब किसी चीज से सहारा हटाने जैसा होता है। इससे हर साल लगभग क्रिप्टो की भाषा में अरबों का घोटाला होता है। 2021 में जितने क्रिप्टो घोटाले हुए, उनमें रग पुल से 36 प्रतिशत किए गए थे।
रग पुल से बचने के तरीके जानिए
- अगर किसी भी क्रिप्टोकरेंसी प्रोजेक्ट में निवेश की सोच रहे हैं, तो पहले इसके बारे में अच्छी रिसर्च करें। प्रोजेक्ट की टीम या उसके ट्रैक रिकॉर्ड के बारे में जानकारी जुटा लें। प्रोजेक्ट के बारे में भी जान लें।
- अगर आपको ऊंचे रिटर्न का झांसा कम जोखिम में मिल रहा है, तो सावधान हो जाएं। कोई भी क्रिप्टोकरेंसी प्रोजेक्ट में गारंटी नहीं दे सकता है। क्योंकि ये अस्थायी परिसंपत्ति वर्ग है।
- जिन क्रिप्टोकरेंसी प्रोजेक्ट्स का ज्यादा प्रचार सोशल मीडिया पर हो रहा है, उनके सावधानी बरतें। पूरी जानकारी जुटाएं। चोर इस तरह अधिक प्रचार करवाकर भी लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं।
- क्रिप्टोकरेंसी प्रोजेक्ट में निवेश से पहले सोच लें। सदा इतना ही निवेश करें, जितना जोखिम उठाने में आप सक्षम हैं। अगर पैसा डूब भी जाए, तो आपको बाद में पछताना न पड़े। ये निवेश जोखिम वाला होता है।