Haryana Assembly Election Result: हरियाणा की जीत से उत्साहित बीजेपी अब नई सरकार के गठन को लेकर फोकस कर चुकी है। गुरुवार को भाजपा की नवनिर्वाचित विधायक दल की बैठक होने जा रही है। बैठक में सभी 48 विधायकों को बुलाया गया है। जिसमें नई सरकार के गठन को मंजूरी मिल सकती है। लेकिन अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व को लेना है। बहरहाल इस बात पर अंदरखाते चर्चा हो रही है कि किस जाति से कितने और कौन-कौन से विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है? बताया जा रहा है कि सीएम नायब सिंह सैनी ही रहेंगे। पार्टी ने उनके चेहरे पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। सैनी की एक दिन पहले पीएम मोदी से भेंट हुई है। नई सरकार में 14 मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है।
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मंत्रियों के नामों पर फिलहाल मंथन चल रहा है। इस बार भाजपा के सिर्फ दो ही मंत्री महिपाल ढांडा और मूलचंद शर्मा ही जीतकर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि कैबिनेट में इस बार 11 नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं। जातीय समीकरणों का पूरा ख्याल मंत्रिमंडल गठन में रखा जाएगा। भाजपा को दलित समुदाय के अच्छे वोट मिले हैं। 17 रिजर्व सीटों में से बीजेपी ने 9 पर जीत दर्ज की है।
इस बार 8 पंजाबी विधायक जीते
इस बार पंजाबी समुदाय से 8, यादव व जाट समुदाय से 6-6 और ब्राह्मण समुदाय से 7 विधायक जीतकर आए हैं। गुर्जर, राजपूत, वैश्य और OBC समुदाय के 1-1 विधायक ने जीत हासिल की है। दलित विधायकों की बात करें तो कृष्णलाल पंवार छठी बार जीतकर पहुंचे हैं। वहीं, कृष्ण बेदी को दूसरी बार जीत हासिल हुई है। दोनों के नाम मंत्री पद के लिए चर्चा में हैं। वहीं, पंजाबी वर्ग से अनिल विज सातवीं बार जीतकर आए हैं। वे पहले गृह मंत्री रह चुके हैं। हांसी से विनोद भयाना और यमुनानगर से घनश्याम दास अरोड़ा की चर्चा है।
Bharatiya Janata Party (#BJP) wins historic third term in Legislative Assembly of #Haryana;
In #JammuAndKashmir National Conference – Congress Alliance to form government. pic.twitter.com/9kUcYEBxzj
— All India Radio News (@airnewsalerts) October 9, 2024
अरोड़ा का नाम लिस्ट से कट सकता है, क्योंकि वे मूल रूप से अंबाला जिले से आते हैं। वहां से विज की दावेदारी पहले से है। बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा तीसरी बार विधानसभा पहुंचे हैं। वे ब्राह्मण समुदाय से आते हैं। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक अरविंद शर्मा भी ब्राह्मण समुदाय से दावेदार हैं। वे दो बार सांसद भी रह चुके हैं। इस बार गोहाना से जीतकर आए हैं। सफीदों से जीते रामकुमार गौतम भी लिस्ट में शामिल हो सकते हैं। पिछली बार जेजेपी से मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज थे। सफीदों से भाजपा को पहली बार उन्होंने जीत दिलाई है।
अहीरवाल इलाके में भाजपा के 6 विधायक जीते हैं। यहां भाजपा को अच्छे वोट मिले हैं। बादशाहपुर से छठी बार जीते राव नरबीर को मंत्री बनाया जा सकता है। वे 2014 में भी मंत्री रह चुके हैं। राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव पहली बार अटेली से जीतकर पहुंची हैं। दूसरी बार लक्ष्मण यादव भी जीतकर आए हैं। दोनों के नाम चर्चा में हैं। जाट समुदाय से महिपाल ढांडा दूसरी बार पानीपत ग्रामीण सीट से जीतकर आए हैं। वे पहले मंत्री थे। माना जा रहा है कि उनका मंत्री पद बरकरार रहेगा।
जाट समुदाय से गहलावत का नाम तय!
राई से दूसरी बार विधानसभा पहुंचीं कृष्णा गहलावत का नाम भी चर्चाओं में है। तोशाम सीट से जीतकर आईं किरण चौधरी की बेटी श्रुति पर भी भाजपा दांव खेल सकती है। वैश्य समुदाय से विपुल गोयल मंत्री बन सकते हैं। वे पहले भी मंत्री रह चुके हैं। वहीं, हिसार से निर्दलीय प्रत्याशी सावित्री जिंदल बीजेपी को समर्थन दे चुकी हैं। उनको भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। राजपूत समुदाय से श्याम सिंह राणा और तीसरी बार जीतकर आए हरविंदर कल्याण का नाम आगे है। रणबीर गंगवा OBC कोटे से मंत्री बन सकते हैं। पिछली सरकार में उनको डिप्टी स्पीकर बनाया गया था। तिगांव से दूसरी बार MLA बने राजेश नागर को गुर्जर चेहरे के तौर पर सैनी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।
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