चंडीगढ़: हरियाणा में साइबर ठगों का आतंक जारी है। प्रशासन की जद्दोजहद और लोगों को जागरूक करने की कवायद के बावजूद राज्य में साइबर ठगी का खेल जारी है।
आए दिन साइबर अपराधी इंटरनेट के माध्यम से ठगी के लिए ऐसे-ऐसे हथकंडे अपनाते हैं, जिनके झांसे में सिर्फ आम लोग ही नहीं बल्कि समाज का पढ़ा-लिखा वर्ग भी आसानी से आ जाता है। ताजा मामला सोनीपत से सामने आया है। यहां बीएसएफ के एक जवान और उसके एक साथी के खाते से साइबर ठगों ने लाखों रुपए उड़ा दिए।
ले डूबा लालच: धोखाधड़ी का शिकार हुआ जवान
सोनीपत के रोलद लतीफपुर के रहने वाले एक युवक नवीन कुमार ने लिखित में साइबर थाना पुलिस को बताया कि उनके मोबाइल पर एसएमएस के जरिए एक वेबसाइट का लिंक आया था, जिस पर उन्होंने क्लिक कर लिया। इसके बाद उन्होंने एक वेबसाइट पर अपनी आइडी पंजीकृत की। उन्होंने आइडी पंजीकृत कराई तो एसएमएस आने शुरू हो गए। उनको वेबसाइट पर चार आर्डर पूरा करने पर मोटी धनराशि कमीशन के रूप में देने का झांसा दिया गया।
वह इस बहकावे में आ गए और उन्होंने आर्डर पूरा करने के लिए दो लाख रुपये उनके खाते में यूपीआइ से ट्रांसफर कर दिए। उसके बाद कमीशन के तौर पर पीड़ित नवीन कुमार के खाते में आधी धनराशि आ भी गई।
झांसे में आकर दोस्त ने गंवाए पैसे
आधी धनराशि आने के बाद उन्हें दुबारा आठ ऑर्डर पूरा करने को कहा गया। इस पर पैसों के लालच में आकर उन्होंने चार ऑर्डर की धनराशि जमा करा दी, लेकिन फिर कोई कमीशन नहीं आया। एसएमएस में उन्हें बताया कि आपको आठ आर्डर पूरे करने पर ही कमीशन मिलेगा।
उन्होंने अपने साथी बीएसएफ के जवान प्रवीण कुमार को इसकी जानकारी दी। कमीशन में आधे की भागीदारी तय करने के बाद उन्होंने अपने व अपनी पत्नी के खाते से रुपये ट्रांसफर करके आठ आर्डर पूरे करा दिए। उन्होंने और रुपये भेजे, लेकिन फिर भी दो ऑर्डर बाकी दिखते रहे। इसके बाद उन्हें समझ आ गया कि वे साइबर ठगी का शिकार हुए हैं।मगर तब तक उनके आठ लाख रुपये ठगे जा चुके थे।
पुलिस जांच मे जुटी
पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर इस मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में साइबर थाना एसएचओ इंस्पेक्टर राजीव सिंह ने बताया कि पीड़ित के मोबाइल से वेबसाइट और मैसेज पर हुए बातचीत के स्क्रीन शॉट ले लिए गए हैं। साइबर एक्सपर्ट आरोपितों का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।