Gujarat Government Vahli Dikri Scheme: आज देश की बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और अपना और देश का नाम रोशन कर रही हैं। समाज में बेटी के जन्म को बढ़ावा देने और कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए गुजरात में 2019 से ‘वाहली डिकरी योजना’ लागू की गई है। इस योजना के तहत अब तक 2.78 लाख से ज्यादा बेटियों को 3 हजार करोड़ से ज्यादा की सहायता मंजूर की जा चुकी है।
पीएम नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में प्रदेश में बालिका शिक्षा को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने राज्य में पहली बार लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कन्या केलवणी महोत्सव जैसे कार्यक्रम की शुरुआत की। जिसे वर्तमान महिला एवं बाल कल्याण मंत्री भानुभान बाबरिया सुपर आगे बढ़ा रहे हैं।
प्यारी बेटी योजना के तहत, 2019-20 में 12,622 बेटियों, 2020-21 में 32,042 बेटियां, 2021-22 में 69,903, 2022-23 में 55,433, 2023-24 में 67,012 और 2024-25 दर्ज कराई गईं। जिसके तहत अब तक 3 हजार करोड़ से ज्यादा की मदद मंजूर की जा चुकी है।
किन्हें मिलेगा लाभ
वाहली डिकरी योजना के तहत 2 अगस्त 2019 के बाद पैदा हुए पहले तीन बच्चों में से सभी बेटियां इस योजना का लाभ उठा सकती हैं। इसके अलावा जिन नागरिकों की लाभार्थी बेटी के माता-पिता की वार्षिक आय 2 लाख रुपये या उससे कम है, वे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। गुजरात राज्य की पात्र बेटियां 1,10,000 रुपये तीन किस्तों में प्राप्त करेंगी।
बता दें, पहली किस्त के तहत 4000 रुपये का भुगतान किया जाता है। जब बेटी नौवीं कक्षा में आती है, तो योजना की दूसरी किस्त 6000 रुपये का भुगतान किया जाता है। 18 साल की आयु में बेटी की उच्च शिक्षा और विवाह सहायता के लिए एक लाख रुपये की तीसरी किस्त का भुगतान किया जाता है। योजना का लाभ लेने के लिए फॉर्म जिला महिला एवं बाल अधिकारी के कार्यालय से मिल सकता है। इसके अलावा ग्राम पंचायत वीसीई के जरिए भी ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
Gujarat Vahali Dikri Yojana 2025 क्या है?
गुजरात सरकार द्वारा राज्य की लड़कियों के बाल विकास के लिए ‘गुजरात वहली दिकरी योजना’ को शुरू किया है। इस योजना की ‘डियर डॉटर स्कीम’(Dear Daughter Scheme) के नाम से भी जाना जाता है। इस योजना के तहत, राज्य की की बेटियों की हाई एजुकेशन और शादी के लिए 3 हिस्सों में 1 लाख तक की रुपए की वित्तीय सहायता दी जाती है, जिससे उन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाया जाएगा।
वाहली डिकरी योजना के जरूरी डॉक्यूमेंट
- लाभार्थी पुत्री का जन्म प्रमाण पत्र।
- माता-पिता के लिए आधार कार्ड।
- माता-पिता का स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र या जन्म प्रमाण पत्र।
- माता-पिता की सकल वार्षिक आय (Gross Annual Income) का प्रमाण पत्र।
- दंपत्ति के सभी जीवित बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र।
- जोड़े का शपथ पत्र निर्धारित फार्मेट में सक्षम प्राधिकारी द्वारा प्रमाणित किया गया हो।
- आवेदक के राशन कार्ड की कॉपी।
- लाभार्थी पुत्री के माता/पिता के बैंक खाते की पासबुक की कॉपी।
- लाभार्थी पुत्री के माता-पिता का विवाह प्रमाण पत्र/प्रमाण पत्र।
- लाभार्थी पुत्री के आधार कार्ड की कॉपी।
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