Prime Minister Narendra Modi Reservation Statement Fake Video: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नौकरी के खिलाफ आरक्षण वाला वीडियो फेक निकला। अहमदाबाद पुलिस ने यह खुलासा किया है। दरअसल, मामले की जांच में अहमदाबाद पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने एक युवक को गिरफ्तार किया। युवक की पहचान महेंद्र के रूप में हुई है। पता चला कि महेंद्र ने पीएम मोदी के संसद में दिए बयान का वीडियो एडिट किया और सोशल मीडिया पर डाल दिया था। जिसके बाद यह वायरल हो गया। इसमें पीएम मोदी आरक्षण के खिलाफ बोलते दिख रहे हैं। लेकिन यह कट एंड पेस्ट से बनाया गया था। वीडियो में सुनाई पड़ रहे विचार प्रधानमंत्री के नहीं थे।
सरकार की छवि घूमिल करने के लिए किया
अहमदाबाद पुलिस के अनुसार अभी तक की जांच में आरोपी ने बताया कि उसने ऐसा बीजेपी सरकार की छवि घूमिल करने के लिए किया। दरअसल, इस मामले में अहमदाबाद पुलिस को शिकायत मिली थी कि किसी ने पीएम मोदी का वीडियो एडिट कर राजनीतिक मंशा से सोशल मीडिया पर डाला है। पुलिस ने जांच में यह पता लगाया कि वीडियो पहली बार किसी कंप्यूटर के आईपी एड्रेस से इंटरनेट पर डाला गया। जिसके बाद महेंद्र नाम के शख्स को पकड़ा जा सका।
आरोपी के पासपोर्ट की जांच की, पता लगाया जा रहा वह किसके संपर्क में
पुलिस के अनुसार आरोपी का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि उसे ऐसा करने के लिए किसी राजनीतिक दल ने पैसे तो नहीं दिए थे। क्या वह किसी राजनीतिक पार्टी से तो संबंध नहीं रखता है। पुलिस के अनुसार पकड़े गए व्यक्ति का मेडिकल जांच करवाई गई है। उससे पूछताछ करने में मनौचिकित्सकों की भी मदद ली जा रही है। जिससे पता चल सके की वह सच बोल रहा है कि या फिर इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है। उसके परिजनों से पूछताछ की गई है। आरोपी का पासपोर्ट और पहचान पत्र समेत अन्य दस्तावेज चेक किए जा रहे हैं।