Mumbai-Ahmedabad Bullet Train Project Update: मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। दरअसल, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए 60 मीटर लंबे स्टील ब्रिज का निर्माण पूरा हो गया है। इस ब्रिज को भचाऊ स्थित एक वर्कशॉप में तैयार किया गया है। MAHSR कॉरिडोर के 28 स्टील पुलों में से यह पांचवां स्टील ब्रिज है, 22 अक्टूबर 2024 को बन कर तैयार हुआ है। इसके साथ ही साथ मॉर्डन रेलवे स्टेशन के निर्माण और ट्रैक के काम का भी तेजी से चल रहा है।
A 60-meter steel bridge weighing 645 MT now stretches across the Bajva-Chhayapuri line of Western Railways in Vadodara, Gujarat, standing 12.5 meters high. This is the fifth steel bridge completed out of the 28 planned for the MAHSR #BulletTrain corridor. pic.twitter.com/7AN6T3gex1
---विज्ञापन---— NHSRCL (@nhsrcl) October 23, 2024
645 मीट्रिक टन स्टील से बना ब्रिज
NHSRCL की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए 60 मीटर लंबे स्टील ब्रिज का निर्माण का काम 22 अक्टूबर 2024 को पूरा हो गया है। इसमे बताया है कि इस पुल का निर्माण वडोदरा जिले में पश्चिम रेलवे की बाजवा-छायापुरी वायर लाइन पर हुआ है। यह पुल 12.5 मीटर ऊंचा और 14.7 मीटर चौड़ा है, इसके निर्माण में 645 मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल हुआ है।
100 साल होगा ब्रिज का जीवन
ब्रिज असेंबली में C5 सिस्टम पेंटिंग और इलास्टोमेरिक बीयरिंग के साथ लगभग 25659 टॉर-शियर टाइप हाई स्ट्रेंथ (TTHS) बोल्ट का उपयोग किया गया है, जो 100 साल के जीवन के लिए डिज़ाइन किया गया है। स्टील ब्रिज को जमीन से 23.5 मीटर की ऊंचाई पर इकट्ठा किया गया था और इसे 2 स्वचालित अर्ध-स्वचालित जैक, तंत्र के साथ खींचा गया था। मैक-अलॉय बार का उपयोग करके इसकी क्षमता 250 टन है। इस स्थान पर स्तंभ की ऊंचाई 21 मीटर है।
यह भी पढ़ें: ‘कानून जितना स्पष्ट होगा, न्यायपालिका का हस्तक्षेप उतना ही कम होगा’, गुजरात में बोले गृह मंत्री अमित शाह
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम
सुरक्षा और इंजीनियरिंग उत्कृष्टता के उच्चतम मानकों को बनाए रखते हुए प्रोजेक्ट को सावधानीपूर्वक क्रियान्वित किया जा रहा है। भारत के मेक इन इंडिया पहल के तहत बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए जापानी विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए अपने स्वयं के तकनीकी और भौतिक संसाधनों का तेजी से उपयोग कर रहा है। इस प्रयास का एक प्रमुख उदाहरण बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए स्टील ब्रिज है।