गुजरात में इन दिनों भारत के पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर जोर-शोर से काम किया जा रहा है। यह बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलेगी। इस प्रोजेक्ट के तहत राज्य में बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। दरअसल, इस प्रोजेक्ट के तहत वडोदरा के पास दो DFCCIL पटरियों पर 70 मीटर लंबे स्टील पुल का शुभारंभ किया गया है।
स्टील पुल का शुभारंभ
जानकारी के अनुसार, 8 अप्रैल 2025 को 70 मीटर लंबे स्टील पुल का शुभारंभ हुआ। इस पूरे कॉरिडोर के लिए नियोजित 28 स्टील पुलों में से यह 7वां पुल है, जो गुजरात में प्रोजेक्ट के तहत पूरा किया गया है। यह पुल 13 मीटर ऊंचा और 14 मीटर चौड़ा है। इसके निर्माण में कुल 674 मीट्रिक टन वजनी स्टील का इस्तेमाल किया गया है। इस पुल में 49 मीटर लंबी लांचिंग नोज़ का उपयोग किया गया है, जिसका वजन लगभग 204 मीट्रिक टन है।
गुजरात के 7 स्टील पुलों के निर्माण में 10,000 मीट्रिक टन से अधिक स्टील का उपयोग किया गया है। इससे भारत में इस्पात उद्योग को काफी बढ़ावा मिल रहा है।
100 साल के लिए हुआ डिजाइन
DFCCIL पटरियों पर बने इस पुल के निर्माण में करीब 28,800 टॉर-शियर टाइप हाई स्ट्रेंथ (TTHS) बोल्टों का उपयोग किया गया है। इसके साथ ही C5 सिस्टम पेंटिंग और इलास्टोमेरिक बियरिंग्स का भी उपयोग किया गया है, जिन्हें 100 साल की जीवन अवधि के लिए डिजाइन किया गया है। इस स्टील पुल की ऊंचाई जमीन से 18 मीटर है। इसे एक तात्कालिक ट्रेसल पर स्थापित किया गया है और इसे एक ऑटोमेटिक सिस्टम के साथ 2 सेम-ऑटोमेटिक जैक (प्रत्येक की क्षमता 250 टन है) का उपयोग करके मैक-अलॉय बार द्वारा खींचा जाता है।
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DFCC ट्रैक पर समय-समय पर ब्लॉक के साथ लॉन्च 12 घंटे में पूरा हुआ। पुल के लॉन्च की सुरक्षा और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए यातायात अवरोध आवश्यक हैं, जिन्हें माल ढुलाई सेवाओं में व्यवधान को न्यूनतम करने के लिए चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है।