Gujarat News: सौराष्ट्र बांध भरवा सावरकुंडला विधायक महेश कासवाला ने जल संसाधन एवं आपूर्ति मंत्री को पत्र लिखा है। सौराष्ट्र में कम बारिश के कारण इस योजना के तहत बांध को भरने की मांग की गई है। नर्मदा बांध ओवरफ्लो हो गया है, जिसके चलते मांग की गई है कि इसका पानी सौराष्ट्र डेमो में छोड़ा जाए।
सौराष्ट्र के बांध भरेंगे तो वॉटर लेवल बढ़ेगा, जिससे किसानों को फायदा होगा। सांसद महेश कासवाला के पत्र के मुताबिक, सौराष्ट्र में कम बारिश हुई है, जिसमें खास तौर पर अमरेली में कम बारिश हुई है। इस साल अमरेली में सीजन की 63 फीसदी बारिश हुई है। भविष्य में पानी की कमी न हो इसके लिए सावरकुंडला विधायक महेश कासवाला ने सौराष्ट्र के बांधों को भरने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
ये भी पढ़ें- अहमदाबाद से ‘हर घर तिरंगा यात्रा’ का होगा शुभारंभ, अमित शाह दिखाएंगे हरी झंडी
जोरदार बारिश के चलते बढ़ा जलस्तर
गुजरात-पड़ोसी राज्यों में हुई जोरदार बारिश के चलते राज्य के सबसे बड़े सरदार सरोवर नर्मदा बांध समेत विविध बांधों में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। नर्मदा बांध का जलस्तर सोमवार सुबह तक 135.63 मीटर पर पहुंच गया। नर्मदा बांध की ऊंचाई 138.68 मीटर है। बांध महज तीन मीटर ही खाली रह गया है। यह बांध करीब 90 फीसदी भर गया। मध्यप्रदेश के ओमकारेश्वर बांध से छोड़े जा रहे पानी को ध्यान में रखकर वॉटर लेवल को कंट्रोल के उद्देश्य से 1.35 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसके लिए 9 गेट भी खोले गए हैं।
उधर नर्मदा बांध के अलावा राज्य के अन्य 50 बांध छलक भी गए हैं। प्रदेश के अन्य प्रमुख 206 बांधों में क्षमता के मुकाबले औसतन 61.92 फीसदी जल संग्रह हो गया है। इन बांधों में से 50 बांध लबालब हो गए हैं। इन समेत 62 बांधों में संग्रह क्षमता का 90 फीसदी से अधिक पानी होने के कारण हाईअलर्ट घोषित किया गया है। जो बांध पूरी तरह से भरे हैं उनमें 36 सौराष्ट्र रीजन के हैं। राज्य के 16 बांंधों में 80 फीसदी से अधिक संग्रह हो गया है, इन बांधों को अलर्ट और 11 बांधों में 70 फीसदी से अधिक संग्रह होने पर वॉर्निंग के रूप में रखा गया है।
ये भी पढ़ें- गुजरात में 63 से ज्यादा शिक्षक लंबी छुट्टी पर, 31 बिना बताए गायब, सरकारी शिक्षा भगवान भरोसे