अहमदाबाद: आम आदमी पार्टी राज्यसभा सांसद एवं गुजरात के सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, गुजरात में सारे सरकारी कर्मचारियों की एक बहुत बड़ी मांग रही है की ‘पुरानी पेंशन योजना’ को गुजरात में बहाल किया जाए। इस मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने एक बहुत बड़ा आंदोलन गुजरात की सड़कों पर लड़ा है। उस आंदोलन की आवाज को भाजपा सरकार के भ्रष्टाचारी नेताओं तक पहुंचाने की बहुत कोशिश की गई है। लेकिन भाजपा वालों ने इन सरकारी कर्मचारियों की एक नहीं सुनी।
आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल जी ने यह वादा किया है कि जब गुजरात में 8 दिसंबर 2022 को आम आदमी पार्टी की झाड़ू वाली सरकार बनेगी, तब गुजरात में आम आदमी पार्टी तमाम सरकारी कर्मचारियों के लिए ‘पुरानी पेंशन योजना’ को फिर से गुजरात में लागू करेंगे। भाजपा की तरह यह वादा सिर्फ जुमला नहीं है, यह अरविंद केजरीवाल जी की गारंटी है।
पंजाब में भी हमने चुनाव के दौरान यह वादा किया था कि हम ‘पुरानी पेंशन योजना’ लागू करेंगे और हमने पंजाब में वह करके भी दिखाया है। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बने सिर्फ 7 महीने ही हुए हैं फिर भी हमने वहां सारे सरकारी कर्मचारियों के लिए ‘पुरानी पेंशन योजना’ लागू कर दी है।
यानी कि हमने जो वादा किया, वह हमने पूरा किया। और इसी वजह से हम गुजरात में आकर डंके की चोट पर यह कहते हैं कि जब गुजरात में 8 दिसंबर को आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो आम आदमी पार्टी गुजरात में भी तमाम कर्मचारियों के लिए ‘पुरानी पेंशन योजना’ को बहाल करेगी।
‘नई पेंशन योजना’ सरकारी कर्मचारियों के लिए घाटे का सौदा है। मैं आप सब को बताना चाहता हूं कि ‘नई पेंशन योजना’ को लागू करने वाली भाजपा ही थी। जब 2002-2003 में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी, तब उन्होंने ‘नई पेंशन योजना’ सरकारी कर्मचारियों पर थोपी थी। कर्मचारियों ने तब भी विरोध किया था और अब भी विरोध कर रहे हैं। लेकिन पूरे भारत देश में आम आदमी पार्टी ही एक ऐसी सरकार है जिसने कर्मचारियों की बात सुनी और पंजाब में ‘पुरानी पेंशन योजना’ को बहाल किया।
पंजाब सरकार ने 18 नवंबर, 2022 को ‘पुरानी पेंशन योजना’ बहाल करने की नोटिफिकेशन जारी कर दी है। अब ‘पुरानी पेंशन योजना’ का लाभ पंजाब के तमाम सरकारी कर्मचारी ले सकते हैं। चुनाव का माहौल है तो यह वादा दूसरी पार्टियां भी कर रही है। लेकिन मैं गुजरात के मतदाताओं को सावधान करना चाहता हूं कि, दूसरी जितने भी पार्टी आपसे यह वादा कर रही है कि वह ‘पुरानी पेंशन योजना’ लागू करेगी, आप जाकर उनसे पूछे कि दूसरे और भी राज्य में उनकी सरकार है। क्या उन्होंने यह योजना वहां लागू की है? आप कांग्रेस से पूछे कि यदि आप सरकारी कर्मचारियों के इतने ही हितेच्छु है तो क्या आपने आपके बाकी राज्यों में ‘पुरानी पेंशन योजना’ को लागू किया?
भाजपा ने ‘नई पेंशन योजना’ लोगों के सर पर थोपी थी। तब से अब तक काफी सारे राज्यों में भाजपा की सरकार रही और केंद्र में भी पिछले 8 साल से भाजपा की सरकार है लेकिन फिर भी उन्होंने पुरानी पेंशन योजना को लागू नहीं किया। इस बार गुजरात में चुनावी जुमले नहीं बल्कि अरविंद केजरीवाल जी की गारंटी काम करेगी। क्योंकि हम जो कहते हैं वह करते हैं। पंजाब में हमने यह करके दिखाया है इसलिए हम गुजरात में यह वादा कर रहे हैं।
पंजाब और दिल्ली में हमने लोगों को मुफ्त बिजली दी है। आज लाखो लोगो के घर में बिजली का बिल जीरो आते हैं। उसके आधार पर हमने गुजरात में कहा कि हम मुफ्त बिजली देंगे। दिल्ली में हमने मोहल्ला क्लिनिक बनाएं, बच्चों को मुफ्त में विश्वस्तरीय शिक्षा दी। उसके आधार पर हम गुजरात में कहते हैं कि हम गुजरात में भी वही काम करके दिखाएंगे जो दिल्ली में करके दिखाएं हैं।
इसके बाद पंजाब सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए जो नोटिफिकेशन जारी किया था, उसको दिखाते हुए राघव चड्ढा ने बताया कि 18 नवंबर 2022 को पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया है वैसे ही आम आदमी पार्टी गुजरात में भी सरकार बनने के तुरंत बाद पुरानी पेंशन योजना लागू करेगी।
आम आदमी पार्टी के लोग जनता के लिए संघर्ष करते हैं, आंदोलन करते हैं। मैंने भी जनहित में लोगों के लिए आवाज उठाई, सड़क पर पुलिस की लाठियां खाई और मुझ पर भी कई मुकदमे चल रहे हैं। बात भाजपा के भ्रष्ट तंत्र की है क्योंकि भाजपा गुजरात में 27 साल से अहंकार और भ्रष्ट सरकार चला रही हैं।
मोरबी की घटना ने इस बात का पर्दाफाश किया। इसे साफ हो गया कि ऊपर से लेकर नीचे तक भाजपा की इकाई भ्रष्टाचार में लिप्त है। आम आदमी पार्टी की सरकार सत्ता में आएगी तो इसकी जांच भी करेगी और गुनहगारों को जेल में भी भेजेगी।
भाजपा के लोकसभा सांसद मनोज तिवारी ने अपने बयान के माध्यम से अरविंद केजरीवाल जी को जान से मारने की धमकी दी। अरविंद केजरीवाल जी की आंखें निकाल देने की और उनके पांव तोड़ देने की गंदी बातें करी। लोगों की भावना भड़काने का प्रयास किया गया है। और हिंसा के लिए लोगों को ओपन कॉल दिया गया है। यह भाजपा का हाल है।
उन्होंने कहा कि आज अरविंद केजरीवाल जी से भाजपा डर गई है, इस वजह से अरविंद केजरीवाल जी को मारने की बातें कर रही है। इन बातों से भाजपा की संस्कृति और भाजपा के नेताओं की मानसिकता लोगों के सामने आ गई हैं। ऐसे नेताओं को अस्पताल में अपना इलाज कराना चाहिए क्योंकि, यह नेता अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं।
मैं दिल्ली पुलिस और केंद्रीय गृह मंत्रालय से यह अपील करना चाहता हूं कि भाजपा के सांसद जिस तरह से अरविंद केजरीवाल जी को मारने की पीटने की धमकी दे रहे हैं और भीड़ को उकसाने की प्रयास कर रहे हैं और लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए मुख्यमंत्री की हत्या तक की बात कर रहे हैं, इन बयानों का संज्ञान लेते हुए अरविंद केजरीवाल जी की सुरक्षा को बढ़ाया जाए और अगर उनकी सुरक्षा में कोई चूक होती है तो यह माना जाए कि उनके जिम्मेदार मनोज तिवारी और भाजपा है। अगर आज देश में कानून बनाने वाले ऐसे बयान देंगे, मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी देंगे तो इस देश की कानून व्यवस्था का क्या होगा?
भाजपा नेता की ओर से आया हुआ यह बयान गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार और दिल्ली के एमसीडी के चुनाव में भाजपा की होने वाली दुर्दशा को दर्शाता है। यह सब दिखाता है कि बीजेपी कितनी बौखलाई हुई है और घबराई हुई है। राजनीति के चुनाव के रण के मैदान में अरविंद केजरीवाल जी ने भाजपा को पछाड़ना शुरू किया है, गुजरात और एमसीडी के चुनाव में भाजपा अपने आपको हारता देख रहे हैं और इसी डर के चलते वह ऐसे बकवास बयान दे रहे हैं। हम ऐसे बयानों का खंडन करते हैं और केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि अरविंद केजरीवाल जी की सुरक्षा बढ़ाई जाए।