गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित 51वें शक्तिपीठ परिक्रमा से जुड़ी एक खास अपडेट सामने आई है। शक्तिपीठ गब्बर के दर्शन करने आए लोगों को अगले कुछ दिनों तक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, अंबाजी गब्बर स्थित रोपवे को 15 से 17 अप्रैल तक बंद किया गया है। इसका मतलब 51वें शक्तिपीठ परिक्रमा करने आए तीर्थयात्रियों को अब अगले 3 दिनों तक रोपवे सुविधा नहीं मिलेगी। इस बात की जानकारी अरासुरी अम्बाजी माता देवस्थान ट्रस्ट की तरफ से दी गई है।
मधुमक्खियों का है खतरा
बता दें कि शक्तिपीठ गब्बर के दर्शन के लिए देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इनमें से कई श्रद्धालु रोपवे के जरिए गब्बर में माताजी के दर्शन करते हैं। लेकिन 51वें शक्तिपीठ परिक्रमा और गब्बर की कुछ जगहों पर भारी मात्रा में मधुमक्खियां पाई गई हैं। इसकी वजह से तीर्थयात्रियों को गब्बर टोच और परिक्रमा मार्ग पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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Girnar Ropeway in #Gujarat , is Asia’s longest ropeway operating on the length of 2.3km. The ropeway covers half of the climb at 5000 steps and ends at Ambaji Temple. pic.twitter.com/x0iSYG58hB
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वहीं, गुजरात में गर्मी भी खूब हो रही है। ऐसे में मधुमक्खियों के इस झुंड से परिक्रमा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए खतरा पैदा हो सकता है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एहतियात के तौर पर गब्बर में मधुमक्खियों के छत्ते को हटाने का फैसला किया गया है।
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कब शुरू होगी रोपवे सुविधा?
अरासुरी अम्बाजी माता देवस्थान ट्रस्ट के अनुसार, 15 से 17 अप्रैल तक मधुमक्खियों को उड़ाने और कंट्रोल करने का काम किया जाएगा। इसलिए 3 दिनों तक गब्बर टॉप पर दर्शन, 51 शक्तिपीठ परिक्रमा दर्शन और रोपवे सुविधा को बंद किया गया है। हालांकि 18 अप्रैल को फिर से गब्बर में दर्शन और रोपवे सुविधाएं हमेशा की तरह शुरू हो जाएंगी। अंबाजी प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से इस आदेश पर ध्यान देने का अनुरोध किया है।