अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे के बाद अब मृतकों के शव को सौंपा जा रहा है। इसको लेकर अहम् जानकारी दी गई है। जैसे-जैसे डीएनए मिलान की प्रक्रिया पूरी हो रही है, शव सौंपे जा रहे हैं। DNA मिला की प्रक्रिया के बाद मृतकों के पार्थिव शरीर उनके परिजनों को सौंपे जाएंगे।
प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि सिविल प्रशासन द्वारा मृतक के उसी परिजन से संपर्क किया जाएगा, जिसने DNA सैंपल देते वक्त अपना मोबाइल नंबर दिया था। परिजनों से कहा गया हा कि वे केवल अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल के डेजिग्नेटेड नंबर से अधिकृत व्यक्ति द्वारा किए गए फोन कॉल पर ही ध्यान दें। इस कॉल में ही पार्थिव शरीर लेने के लिए आने की जानकारी दी जाएगी।
अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल द्वारा जारी किए गए अधिकृत नंबर, जिनका उपयोग परिजनों से संपर्क करने के लिए किया जा रहा है। वो ये हैं 9429915911, 9429916096, 9429916118, 9429916378, 9429916608, 9429916622, 9429916682, 9429916758, 9429916771, 9429916875।
पार्थिव शरीर लेने कौन आ सकता है?
प्रशासन की तरफ से कहा गया कि जहां तक संभव हो, जिसने डीएनए सैंपल दिया है, वह व्यक्तिगत रूप से आए तो सबसे ठीक है। यदि वे आने में असमर्थ हैं तो मृतक का कोई दूसरा निकट का परिजन आ सकता है। किसी दूसरे परिजन के आने पर अपना आधार कार्ड या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त अन्य कोई फोटो पहचान पत्र (ओरिजिनल) साथ रखना होगा। मृतक का पहचान पत्र, मृतक का आधार कार्ड, पासपोर्ट या वोटर आईडी कार्य (ओरिजिनल या प्रतिलिपि) भी साथ लेकर आना होगा।
#WATCH | #AhmedabadPlaneCrash | The broken tail end of the London-bound Air India flight lifted from the roof of the charred building of BJ Medical College’s doctors’ hostel.
Of the 242 people onboard the plane, 241 people, including the crew members, died in the crash. pic.twitter.com/AilvXmMQSx
— ANI (@ANI) June 14, 2025
यह भी कहा गया है कि यदि मृतक का पार्थिव शरीर लेने के लिए निकटतम व्यक्ति स्वयं नहीं आ सकता और अन्य किसी को भेजता है तो वह साथ में अथॉरिटी लैटर भेजे।
हॉस्पिटल द्वारा दिए जाने वाले दस्तावेज
हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा पार्थिव शरीर के साथ मृतक के परिजन को पोस्टमार्टम (पीएम) रिपोर्ट, डेथ सर्टिफिकेट और कानूनी कार्यवाही के लिए आवश्यक अन्य सभी दस्तावेज एक फाइल में तैयार कर सौंपे जाएंगे। यदि मृतक की पहचान या संबंध का कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं है तो सिविल हॉस्पिटल से फोन आने के बाद अपने क्षेत्र के तहसीलदार, कलेक्टर या प्रांत अधिकारी कार्यालय से संपर्क कर मार्गदर्शन प्राप्त करें।
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पार्थिव शरीर के लिए एंबुलेंस फ्री
प्रशासन की तरफ से जानकारी दी गई है कि अगर परिजन पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से अपने निवास स्थान पर ले जाना चाहते हैं, उनके लिए सिविल हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा घर तक शव पहुंचाने के लिए निःशुल्क एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। अन्य राज्य या देश में हवाई मार्ग से ले जाने के लिए फ्लाइट के समय को लेकर पहले से ही जानकारी देनी होगी। इस प्रक्रिया में एअर इंडिया द्वारा पूरी मदद की जाएगी।
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अभी तक सौंपी गई एकमात्र बॉडी
बता दें कि शनिवार को एकमात्र बॉडी परिजन को दी गयी है। DNA मिलान के बाद बॉडी पुलिस सिक्युरिटी में घर भेजा जाएगा। अस्पताल की तरफ से कहा गया है कि अस्पताल के चक्कर ना लगाएं, जरूरत पड़ने पर अस्पताल की तरफ से फोन किया जाएगा। अभी तक सिर्फ 9 डेड बॉडी का DNA सैंपल मैच हुआ है।