Ahmedabad Municipal Corporation: भाजपा सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान चलाया गया है, लेकिन इस मुहिम में सबसे बड़ी बाधा पान गल्ला है जो गुजराती पुरुषों की सबसे बड़ी आदत पान-मावा खाना है। हर जगह खाते हैं और थूक देते हैं। आपको बता दें, लंदन में इसके लिए बोर्ड भी लगाए गए हैं। इसलिए अब एएमसी अहमदाबाद को स्वच्छ बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।
सड़क पर सार्वजनिक रूप से शौच करने वाले पान-मावा खाने वालों के सीसीटीवी कैमरों के जरिए एएमसी को एक ऑनलाइन मेमो मिला है।
अहमदाबाद नगर निगम ने सफाई के मामले में बड़ा फैसला लिया है। अब आप गाड़ी का दरवाजा या खिड़की खोलेंगे तो मेमो आपके घर आ जाएगा। अब आपके मन में सवाल उठेगा कि गाड़ियों से थूकने वाले लोगों को कैसे पकड़ा जाए?
तो हम आपको बता दें, इसके लिए अलग से कोई पुलिस आवंटित नहीं की जाएगी। कंट्रोल रूम से शहर के सीसीटीवी कैमरों की निगरानी की जाएगी और वाहनों से थूकने वालों के घर मेमो भेजा जाएगा। एक बार फिर यह अभियान चलाया जाएगा।
ई-मेमो के जरिए घर पर भेजा जाएगा नोटिस
पान-मसाला फेंकने वालों पर अब होगी कार्रवाई। सार्वजनिक स्थान पर थूकने वाले ऐसे लोगों से सिस्टम द्वारा जुर्माना वसूला जाएगा। सीसीटीवी की मदद से गंदगी फैलाने वालों को पकड़ा जाएगा। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने वालों को पकड़ने के लिए स्मार्ट सीसीटीवी का इस्तेमाल किया जाएगा।
वाहन पर थूकने वालों से 100 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा। अगर कोई व्यक्ति सीसीटीवी में कैद हुआ तो ई-मेमो के जरिए घर पर नोटिस भेजा जाएगा। ई-मेमो के जरिए 100 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा।
अहमदाबाद में अक्सर स्वच्छता के लिए अभियान चलाए जाते रहते हैं। हालांकि, जनता अक्सर इसे नज़रअंदाज़ करती नजर आती है। कई लोग पान-मसाला खाकर सार्वजनिक स्थान पर थूकते नजर आते हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ सिस्टम ने आंखें टेढ़ी कर ली हैं। सार्वजनिक स्थान पर छींकने वालों को अब कोई फायदा नहीं है।
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