Vadodara Municipality Big Decision: अगर हम महानगरों और बड़े शहरों को देखें तो हमें बड़े-बड़े होर्डिंग्स नजर आते हैं। कुछ होर्डिंग्स राजनीतिक हैं, जबकि अन्य निजी कंपनियों या विज्ञापनों के हैं। ये होर्डिंग्स अक्सर हादसों का कारण बनते हैं और कभी तूफान के दौरान ये होर्डिंग्स भारी तबाही भी मचाते हैं। इन सब को लेकर वडोदरा कॉरपोरेशन ने बड़ा फैसला लिया है। अब अगर आप वडोदरा शहर में जाएंगे तो आपको होर्डिंग्स नहीं दिखेंगे।
सार्वजनिक सड़कों, चौराहों या बड़ी इमारतों पर आपको बड़े-बड़े होर्डिंग्स नहीं दिखेंगे। इन होर्डिंग्स के लगने के बाद, चाहे वो राजनीतिक हों या किसी विज्ञापन के लिए अब कोई भी होर्डिंग्स नहीं लगाई जा सकेगी। इनको लेकर वडोदरा कॉरपोरेशन की बैठक में एक बड़ा प्रस्ताव रखकर शहर को होर्डिंग मुक्त बनाने का फैसला लिया गया है। आपको बता दें, ये फैसला 1 मार्च से लागू होगा।
वडोदरा निगम का बड़ा फैसला
वडोदरा निगम का ये फैसला बहुत अहम और बड़ा है। क्योंकि अक्सर होर्डिंग्स गिर जाते थे और इस वजह से बड़ा हादसा हो जाता था। होर्डिंग्स हादसे का कारण बनते थे और तूफान के दौरान बड़ी तबाही भी मचाते थे। तब निगम की स्थायी समिति की बैठक में ये फैसला लिया गया।
इसके साथ ही ये भी फैसला लिया गया है कि निगम खुद ही किसी दूसरी जगह होर्डिंग्स लगाने का इंतजाम करेगा। शहर में विज्ञापनों के लिए कियोस्क लगाए जाएंगे और लोहे के अस्थायी ढांचे खड़े किए जाएंगे।
क्या फैसला लिया गया?
- अन्य स्थानों पर होर्डिंग लगाने की व्यवस्था की जाएगी।
- शहर में जगह-जगह विज्ञापन के लिए कियोस्क लगाए जाएंगे।
- लोहे के अस्थायी ढांचे बनाए जाएंगे।
शहर के लोग एलईडी स्क्रीन पर भी विज्ञापन देख सकें, इसके लिए वडोदरा नगर निगम विशेष व्यवस्था करने जा रहा है। शहर के सभी अधिकारियों और विधायकों ने मिलकर यह फैसला लिया है। इसलिए स्थानीय लोगों ने भी वीएमसी के फैसले का स्वागत किया है और संकल्प का सख्ती से अनुपालन करने का अनुरोध किया गया।
वडोदरा शहर दिन-प्रतिदिन विकास कर रहा है और शहर का लगातार विकास और होर्डिंग्स अक्सर विकास के बीच खतरा पैदा करते थे। निगम का यह फैसला स्वागत योग्य है, लेकिन यह देखना अभी बाकी है कि वीएमसी इसका कितना फॉलो करती है।
ये भी पढ़ें- इन सरकारी कर्मचारियों को नहीं मिलेगा यात्रा भत्ता, गुजरात सरकार का बड़ा फैसला