नई दिल्ली: दक्षिण दिल्ली के महरौली में 27 साल की श्रद्धा वाकर हत्या मामले में एक के बाद एक कई खुलासे हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने शनिवार को गॉडविन नाम के एक व्यक्ति का बयान दर्ज किया। गॉडविन ने आरोपी आफताब अमीन पूनावाला के खिलाफ 2020 में रिपोर्ट करने का दावा किया है।
गॉडविन ने दावा किया कि उसने दो साल पहले श्रद्धा की उपस्थिति में लिखित रूप से शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में उन्होंने यह कहते हुए शिकायत वापस ले ली कि यह एक ‘निजी मामला’ था। दिल्ली पुलिस ने कहा कि महाराष्ट्र के मूल निवासी गॉडविन का बयान छह घंटे की पूछताछ के बाद दर्ज किया गया था, उन्होंने कहा कि उन्होंने नवंबर 2020 में श्रद्धा की मदद करने का दावा किया था, जब वह मुंबई ‘कॉल सेंटर’ में काम करती थीं।
2020 में भी परेशान करता था आफताब
गॉडविन को कॉल सेंटर में श्रद्धा की एक सहकर्मी का भाई कहा जा रहा है। मामले में गॉडविन की गवाही दर्ज कराने के बाद एक बयान जारी करते हुए कहा, मुख्य आरोपी आफताब पूनावाला मृतका श्रद्धा को साल 2020 में भी परेशान करता था। इस संबंध में श्रद्धा ने अपने बॉस से मदद मांगी, जिसके बाद बॉस ने इसकी जानकारी दी। गॉडविन को श्रद्धा वॉकर की मदद करने का निर्देश दिया गया था।
तुलिंज पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई शिकायत
बयान में आगे कहा गया है, ” इसके तुरंत बाद गॉडविन श्रद्धा को अपने साथ नालासोपारा (मुंबई) के तुलिंज पुलिस स्टेशन ले गया और गैर-संज्ञेय अपराध की रिपोर्ट दर्ज कराई।” पत्रकारों से बात करते हुए गॉडविन ने कहा, “आफताब ने जब श्रद्धा को गला दबाकर मारने की कोशिश की, तो वह मुझसे मदद मांगने के लिए आई। मैं उसे पुलिस स्टेशन लेकर गया।”
जरूरत पड़ी तो दोबारा आऊंगा
गॉडविन ने कहा, “अगर जरूरत पड़ी तो मैं अपना बयान दर्ज कराने फिर आऊंगा।” इससे पहले आफताब ने कथित तौर पर पुलिस को बताया था कि हत्या से पहले कपल का घर का सामान मुंबई से ले जाने को लेकर झगड़ा हुआ था.
मामले में चल रही जांच में यह बात भी सामने आई है कि 18 मई को दोनों में झगड़ा हुआ था जिसके बाद आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी थी। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, 18 मई का झगड़ा कपल के बीच पहला नहीं था क्योंकि तीन साल में उनके बीच कई झगड़े हुए थे।
इस बात पर हुआ था झगड़ा
एक सूत्र ने एएनआई को बताया- 18 मई को मुंबई से घर का सामान लाने को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया था। वे इस बात पर लड़े कि घर का खर्च कौन उठाएगा और सामान कौन लाएगा। इस पर आफताब को बहुत गुस्सा आया। 18 मई की रात करीब 8 बजे शुरू हुए झगड़े के दौरान आफताब ने श्रद्धा की गला दबा कर हत्या कर दी।
उसने उसके शरीर को रात भर कमरे में रखा और अगले दिन एक चाकू और एक रेफ्रिजरेटर खरीदने गया। आफताब को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। छह महीने बाद दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा के पिता विकास वॉकर द्वारा दायर गुमशुदगी की शिकायत की जांच शुरू की। इस मामले में दिल्ली पुलिस अब तक 6 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है।