Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र का आज पहला दिन है। सत्र के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीडिया से मुखातिब हो सकते हैं। शीतकालीन सत्र आज से शुरू होकर 29 दिसंबर तक चलेगा। सत्र में कुल 17 कार्य दिवस होंगे।
संसद के शीतकालीन सत्र के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के एजेंडे में 16 नए बिल शामिल हैं। लोकसभा पहले दिन उन सदस्यों को श्रद्धांजलि देगी जिनका निधन सत्र के दौरान हुआ है।
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव, जिनका लंबी बीमारी के बाद अक्टूबर में निधन हो गया था, याद किए जाने वाले दिवंगत सदस्यों में से एक होंगे। बता दें कि यह उद्घाटन सत्र होगा जहां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ उच्च सदन के पदेन सभापति के रूप में राज्यसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता करेंगे।
ये विधेयक किए जाएंगे पेश
संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने वाले कुछ विधेयकों में ट्रेड मार्क (संशोधन) विधेयक, 2022, वस्तुओं का भौगोलिक संकेत (पंजीकरण और संरक्षण) (संशोधन) विधेयक, 2022 और निरसन और संशोधन विधेयक, 2022 शामिल हैं। निरसन और संशोधन विधेयक, 2022 निरर्थक और अप्रचलित कानूनों को निरस्त करने का प्रयास करेगा।
कुछ अन्य विधेयकों में बहु-राज्य सहकारी समितियां (संशोधन) विधेयक, 2022 और राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग विधेयक, 2022 शामिल हैं।
सरकार के एजेंडे में एंटी-मैरीटाइम पाइरेसी बिल, 2019 भी शामिल है, जिसे 9 दिसंबर, 2019 को लोकसभा में पेश किया गया था और इसे विदेश मामलों की स्थायी समिति के पास भेजा गया था। रिपोर्ट इस साल 11 फरवरी को पेश की गई थी।
मंगलवार को हुई थी सर्वदलीय बैठक
इससे पहले मंगलवार को संसद परिसर में रक्षा मंत्री और लोकसभा के उपनेता राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई। सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) दोनों ने बड़े पैमाने पर बेरोजगारी का मुद्दा उठाया, कांग्रेस ने ईसीआई और ईडब्ल्यूएस कोटा की जल्दबाजी में नियुक्ति का मुद्दा उठाया।
कांग्रेस ने मौजूदा सरकार द्वारा मूल्य वृद्धि और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया। पार्टियों ने विपक्ष को और समय दिए जाने की भी मांग की और कहा कि उनकी आवाज को दबाया नहीं जाना चाहिए।
बीजू जनता दल ने महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा की आवश्यकता को उठाया। कई अन्य दलों ने इसका समर्थन किया। इस बीच, राज्यसभा सचिवालय ने शीतकालीन सत्र के एक दिन अपने सदस्यों के लिए एक आचार संहिता जारी की। बता दें कि संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से 8 अगस्त के बीच आयोजित किया गया था।