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Crowd Funding: एक अफसर की अलख पर उठे डेढ़ लाख हाथ; जुटाए साढ़े 10 करोड़, फिर ऐसे बची नन्हे कनव की जान

Kanav Jangra Fights SMA, नई दिल्ली: फिल्म ‘नया दौर’ में आशा भोसले और मोहम्मद रफी द्वारा गाया गया गीत ‘साथी हाथ बढ़ाना’ अनमोल ताकत रखता है। इतनी ताकत कि लाश से कफन उठाकर मौत को रुखसत कर डाले। हाल ही में दिल्ली के नजफगढ़ से ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां महज 18 महीने […]

Edited By : Balraj Singh | Updated: Sep 13, 2023 13:22
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Kanav Jangra Fights SMA, नई दिल्ली: फिल्म ‘नया दौर’ में आशा भोसले और मोहम्मद रफी द्वारा गाया गया गीत ‘साथी हाथ बढ़ाना’ अनमोल ताकत रखता है। इतनी ताकत कि लाश से कफन उठाकर मौत को रुखसत कर डाले। हाल ही में दिल्ली के नजफगढ़ से ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां महज 18 महीने की नन्ही सी जान कनव जांगड़ा को बचाने के लिए डेढ़ लाख हाथ एक साथ उठे और फिर कोई लाख-दो लाख नहीं, बल्कि पूरे साढ़े 10 करोड़ की रकम जुटा डाली। मेहनत रंग लाई और अब दुर्लभ बीमारी से ग्रसित कनव में नई जान और उसके लाचार परिवारजनों के चेहरों पर एक अनूठी मुस्कान आ गई है। आइए इस अनमोल जनसहयोग को जरा तफसील से समझते हैं…

  • स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) टाइप-1 नामक दुर्लभ बीमारी (Rare Diseases) से ग्रसित है दिल्ली के नजफगढ़ का 18 महीने का कनव जांगड़ा

दरअसल, कनव जांगड़ा स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) टाइप-1 नामक दुर्लभ बीमारी (Rare Diseases) से ग्रसित है। कनव 7 महीने का था, जब उसके शरीर में इस भयानक बीमारी की पहचान हुई। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो यह एक आनुवांशिक बीमारी है। इसके साथ पैदा हुआ बच्चा खाना-पीना और चलना-फिरना तो दूर की बात, बैठ भी नहीं सकता। ठीक से सांस भी नहीं ले पाता।अगर किसी तरह 2 साल का हो जाए तो फिर आगे उसे वेंटिलेटर के सहारे ही जिंदा रखा जा सकता है। हालांकि बचने की संभावनाएं फिर भी कम ही होती हैं।
कनव के अमित जांगड़ा बताते हैं कि बेटे को 2 साल तक की उम्र देने के लिए एक खास इंजेक्शन की जरूरत थी, जो 17.5 करोड़ रुपए खर्च करके अमेरिका से आयात किया जाना था। सामर्थ्य नहीं होने के चलते एक टैक्सेशन अफसर की मदद से अमित ने ऑनलाइन क्राउड फंडिंग के लिए अलख जगाई। देखते ही देखते कुछ ही दिनों में एक-एक करके डेढ़ लोग मदद के लिए आगे आए। उनकी तरफ से साढ़े 10 करोड़ रुपए जुटाए गए।

अमेरिकी दवा कंपनी ने 10.5 करोड़ में भेजा 17.5 करोड़ का दुर्लभ इंजेक्शन ‘जोल्गेन्स्मा’

इसके बाद अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी ने 10.5 करोड़ रुपए में 17.5 करोड़ रुपए का यह दुर्लभ इंजेक्शन ‘जोल्गेन्स्मा’ उपलब्ध कराने में सहमति जताई। 13 जुलाई को इस दुर्लभ इंजेक्शन ‘जोल्गेन्स्मा’ की खुराक कनव को मिली और अब 15 दिन से उसके पैर चलने लगे हैं। वह बैठ भी सकता है। अमित जांगड़ा ने इस पुण्य कर्म में शामिल दिल्ली सरकार और बॉलीवुड हस्तियों समेत तमाम सहयोगी जनों को आभार कहा है।
उधर, मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नजफगढ़ स्थित कनव के घर जाकर उसके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। कनव के पिता से मुलाकात करने के बाद केजरीवाल ने कहा, ‘सांसद संजीव अरोड़ा और संजय सिंह के प्रयास और जनता के सहयोग से कनव को यह इंजेक्शन मिल चुका है। मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने कनव की मदद की’।

First published on: Sep 13, 2023 01:19 PM
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