Greater Kailash Shikha Rai : दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार हुई है। ना सिर्फ आम आदमी पार्टी हारी है बल्कि पार्टी के कई दिग्गज नेताओं को भी हार का सामना करना पड़ा है। दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री सौरभ भारद्वाज को भी हार का सामना करना पड़ा है। आइये जानते हैं कि केजरीवाल की करीबी सौरभ भारद्वाज को हराने वाली शिखा राय कौन है!
कौन हैं शिखा राय?
शिखा राय ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट के वार्ड नंबर 173 से दूसरी बार पार्षद हैं। इसके अलावा 2023 में बीजेपी की महापौर प्रत्याशी भी थीं। शिखा राय पेशे से वकील हैं। वह दिल्ली की प्रदेश इकाई में मंत्री, महामंत्री, उपाध्यक्ष के अलावा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष रही हैं। 2013 में कस्तूरबा नगर सीट और 2020 में ग्रेटर कैलाश से चुनाव लड़ चुकी है। साल 2011 शिखा ने लाल चौंक पर तिरंगा झंडा फहराया था, जिसके बाद वह चर्चाओं में आई थीं।
पिछले चुनाव में मिली थी हार
साल 2020 विधानसभा चुनाव के दौरान शिखा राय को सौरभ भारद्वाज के खिलाफ भाजपा ने उतारा था लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। तब सौरभ भारद्वाज को 60 हजार 372 वोट मिले थे और शिखा राय 43 हजार 563 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव में अपने स्नेह और आशीर्वाद से मुझे अभिसिंचित करने के लिए ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र के सभी परिवार जनों का हृदय से आभार। यह जीत सिर्फ मेरी नहीं है, यह जीत ग्रेटर कैलाश वासियों की है, हर माँ-बहन, बड़े-बुजुर्ग और युवा साथियों की है, पार्टी के सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं… pic.twitter.com/Nh6RwnXNmo
---विज्ञापन---— Shikha Rai (@shikharaibjp) February 8, 2025
जीत के बाद शिखा राय ने लिखा कि विधानसभा चुनाव में अपने स्नेह और आशीर्वाद से मुझे अभिसिंचित करने के लिए ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र के सभी परिवार जनों का हृदय से आभार। यह जीत सिर्फ मेरी नहीं है, यह जीत ग्रेटर कैलाश वासियों की है, हर माँ-बहन, बड़े-बुजुर्ग और युवा साथियों की है, पार्टी के सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं की है जिन्होंने अपने निश्छल प्रेम और अथक परिश्रम से मुझे ग्रेटर कैलाश की सेवा का यह स्वर्णिम अवसर प्रदान किया है। आप सभी को इस प्रचंड जीत की बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।
अब तक के नतीजों से साफ हो है कि आम आदमी पार्टी (AAP) की विदाई हो रही है और 27 साल बाद दिल्ली में बीजेपी की वापसी होने जा रही है। इस चुनाव में अरविंद केजरीवाल, सौरभ भरद्वाज, मनीष सिसोदिया, अवध ओझा समेत कई नेता चुनाव हार गए।