---विज्ञापन---

दिल्ली

कौन हैं दानिश अली? ABVP को हराकर बनीं JNU छात्र संघ की संयुक्त सचिव

JNU छात्रसंघ चुनाव 2025 में लेफ्ट यूनिटी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सभी चारों पदों पर कब्जा जमाया. अध्यक्ष पद पर अदिति मिश्रा ने 1,937 वोटों से जीत दर्ज की, जबकि उपाध्यक्ष के. गोपिका बाबू ने 3,101 वोटों के साथ बड़ी बढ़त बनाई. महासचिव सुनील यादव ने कड़े मुकाबले में 24 वोटों के अंतर से जीत हासिल की और संयुक्त सचिव पद पर दानिश अली ने एबीवीपी के उम्मीदवार को हराया.

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Avinash Tiwari Updated: Nov 6, 2025 23:31
JNUSU Danish Ali
JNUSU Danish Ali

JNU छात्रसंघ चुनाव में ABVP का सफाया हो गया है. सभी चारों पदों लेफ्ट के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महसचिव और संयुक्त सचिव पर अब लेफ्ट का कब्जा हो गया है. लेफ्ट यूनिटी की अदिति मिश्रा 1,937 वोटों के साथ जेएनयूएसयू अध्यक्ष चुनी गईं, उन्होंने एबीवीपी के विकास पटेल को हराया, जिन्हें 1,488 वोट मिले. उपाध्यक्ष पद पर लेफ्ट यूनिटी की के. गोपिका बाबू ने 3,101 वोटों के साथ जीत हासिल की, जबकि एबीवीपी की तान्या कुमारी को 1,787 वोटों से करारी हार का सामना करना पड़ा.

इसके साथ ही लेफ्ट यूनिटी के सुनील यादव (2,005 वोट) ने महासचिव पद पर कड़े मुकाबले में मात्र 24 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. ​​उन्होंने एबीवीपी के राजेश्वर कांत दुबे को हराया, जिन्हें 1,981 वोट मिले. लेफ्ट यूनिटी के दानिश अली ने एबीवीपी के अनुज दमारा को 2,083 वोटों से हराकर संयुक्त सचिव पद पर जीत हासिल की.

लेफ्ट यूनिटी, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (DSF) का एक गठबंधन है. अध्यक्ष अदिति मिश्रा और उपाध्यक्ष के. गोपिका बाबू एसएफआई से हैं, जबकि सुनील यादव डीएसएफ से और दानिश अली आइसा से जुड़े हुए हैं.

कौन हैं दानिश अली?

संयुक्त सचिव के पद पर जीत दर्ज करने वाली दानिश अली मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले की रहने वाली हैं. वो जेएनयू के स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज में सीएचएस में पीएचडी कर रही है. वह पहले की छात्र हैं. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पास के गाडरवारा कस्बे से पूरी की, जहां उन्होंने थ्रोबॉल और क्रिकेट में राज्य स्तरीय खिलाड़ी भी रह चुकी हैं.

वह एक शिक्षित परिवार से हैं. उनके पिता एक सेवानिवृत्त सरकारी स्कूल के शिक्षक हैं. इसके साथ ही उनकी मां वर्तमान में एक सरकारी स्कूल में प्रधानाध्यापक के रूप में कार्यरत हैं.

यह भी पढ़ें: कौन हैं अदिति मिश्रा? जो बनीं JNU छात्रसंघ की अध्यक्ष, ABVP का सूपड़ा साफ

बता दें कि इस बार लगभग 9,043 छात्र मतदान के योग्य थे. इस बार यहां मतदान प्रतिशत 67 रहा जो पिछले चुनाव के 70 प्रतिशत से थोड़ा कम है. इस बार जमकर कांटे की टक्कर देखने को मिली. हालांकि एबीवीपी के लिए एक झटका माना जा रहा है.

First published on: Nov 06, 2025 11:09 PM

संबंधित खबरें

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.