राहुल प्रकाश( दिल्ली)
Crime Branch Busted The Gang That Duped Senior Citizens: दिल्ली क्राइम ब्रांच ने सीनियर सिटीजन को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। आरोपी पीड़ितों के घर में आने के लिए खुद को मेडिकल अटेंडेंट बताकर एंट्री लेते थे। आरोपी सीनियर सिटीजन जो अस्पतालों में इलाज करा रहे होते थे। आरोपी उनको ही टारगेट करते थे ।पीड़ितों को टारगेट बनाने के लिए “जस्ट डायल” की मदद लेते थे। गिरफ्तार आरोपी और भी आपराधिक मामलों में शामिल है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मेडिकल अटेंडेंट बनकर करते थे ठगी
दिल्ली निवासी एक व्यक्ति ने दिल्ली क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई थी, कि उसने अपने 85 वर्षीय ससुर के लिए मेडिकल अटेंडेंट के रूप में अंकित नामक के व्यक्ति को काम पर रखा था। 11 अक्टूबर को उसकी सास ने बताया कि अंकित मेडिकल अटेंडेंट ने उनके ज्वेलरी ओर कैश चुराकर फरार हो गया है। जब उसकी सास ने आरोपी अंकित को फोन किया, तो फोन बंद आ रहा था, आशंका होने पर पीड़ित युवक ने आरोपी के खिलाफ दिल्ली के पीएस पटेल नगर में मामला दर्ज कराया था।
पुलिस ने टीम गठितकर की छापेमारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इस गिरोह पकड़ने के लिए एक टीम तैयार की। पुलिस ने जांच के दौरान आरोपियों को पकड़ने के लिए इलाके के तमाम सीसीटीवी को खंगाला। cctv मे सामने आया कि घटना वाले दिन दो व्यक्तियों (एक ने नकाब पहना हुआ था और दूसरा अपना भेष बदल रहा था) को पीड़ित के घर के पास आते देखा गया, जिसमें से एक शख्स घर के अंदर चला गया, जबकि दूसरा घर के बाहर आसपास निगरानी करने लगा। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पकड़ के जानकारी जुटानी शुरू की ओर टेक्निकल सर्विलेंस ओर मुखबिर की मदद से आरोपियों की पहचान रिंकू उर्फ़ अंकित ओर प्रमोद के रूप मे हुई, जिसके बाद डीसीपी क्राइम अंकित सिंह की टीम ने छापेमारी कर दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।
डायल के जरिये जानकारी जुटाते थे
पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जस्ट डायल के जरिये से उन व्यक्तियों की जानकारी जुटाते थे। जो अपने परिवार के बुजुर्ग लोगों के लिए मेडिकल अटेंडेंट तलाश रहे है। पेशेंट की सुरक्षा का हवाला देते हुए मास्क पहनकर आते थे। आरोपी पीड़ितों के घर जाकर इन्फेक्शन की वजह बताकर मास्क पहन ले जिससे उनकी पहचान ना हो सके। जब रिंकू कुमार घर के अंदर रहता था। तो वह बाहर इलाके में निगरानी रखता था। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी किए गए आभूषण सामान और कुछ कैश बरामद किया है, वहीं आरोपी रिंकू ने कुछ कैश अपने बैंक खाते में जमा कर दी है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।