दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है. राजधानी में एक बार फिर धुंध की मोटी चादर छाई हुई है और AQI 400 (‘गंभीर श्रेणी’) के करीब पहुंच गया है. इसे लेकर दिल्ली में कुछ लोग प्रदर्शन करने पहुंचे. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएं और इस पर कार्रवाई की जाए. हालांकि, कुछ देर बाद दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया.
दिल्ली में लोग इंडिया गेट के सामने पहुंचकर प्रदूषण को लेकर विरोध मार्च निकाल रहे थे. उनके हाथों में पोस्टर और बैनर थे, जिन पर तरह-तरह के नारे लिखे हुए थे. सभी ने मांग की कि दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी (एनसीआर) क्षेत्र में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए नीतियां बनाए. करीब 30 मिनट तक ये सभी प्रदर्शन करते रहे. इसी बीच दिल्ली पुलिस के जवान वहां पहुंच गए.
प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लेना शुरू कर दिया. बसों में प्रदर्शनकारियों को ठूंसकर भर दिया गया और उन्हें ले जाया गया. पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए कहा कि इंडिया गेट नहीं, बल्कि जंतर-मंतर ही विरोध प्रदर्शन के लिए निर्धारित स्थल है. यही वजह है कि इन्हें हिरासत में लिया गया है.
नई दिल्ली के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी देवेश कुमार महला ने बताया, “सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, नई दिल्ली में निर्धारित विरोध स्थल जंतर-मंतर है. इसलिए हमने सभी को दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी है.”
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि 10 साल तक आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की हवा को गंदा किया, उसमें जहर फैलाने का काम किया. अब जब AAP की सरकार बाहर हो गई है और पिछले 7 महीनों से रेखा गुप्ता की सरकार काम कर रही है, तो वे (AAP) 10 सालों की दी हुई गंदी हवा को पूछ रहे हैं कि 7 महीनों में ठीक क्यों नहीं किया गया? मैं दिल्लीवासियों को बताना चाहता हूं कि रेखा गुप्ता की सरकार ने पिछले 7-8 महीनों में जितनी भी ऊंची इमारतें हैं, उन पर एंटी स्मॉग गन लगाने का काम किया है. जितने निर्माण कार्य हो रहे हैं, उनकी निगरानी हम कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि 8,000 से ज्यादा इंडस्ट्री को हमने प्रदूषण के दायरे में लाकर उनके मानदंड ठीक करने का काम किया है. दिल्ली सरकार निरंतर काम कर रही है, लेकिन AAP की 10 साल की बर्बादी को कोई 7 महीनों में ठीक नहीं कर सकता.










