पूर्वी दिल्ली पुलिस ने एक स्पेशल ड्राइव के तहत दिल्ली-NRC में दो अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को हिरासत में लिया है। पकड़ी गई बांग्लादेशी प्रवासी महिलाएं हैं, जो भारत-बांग्लादेश सीमा के पास नदी के रास्ते से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थीं। ये महिलाएं गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर रह रही थीं। इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस ने रविवार को एक प्रेस रिलीज करके दी है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, इन महिलाओं के निर्वासन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। दिल्ली के विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) की सहायता से इन्हें बांग्लादेश डिपोर्ट किया जाएगा।
ऐसे पकड़ी कई बांग्लादेश महिलाएं
दिल्ली पुलिस लगातार अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान चला रही है। इसी के तहत पूर्वी जिले में अवैध प्रवासियों और खासकर बांग्लादेशियों की पहचान करने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया गया। मंडवाली पुलिस स्टेशन की टीम की लगातार कोशिश से इन दोनों अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ा गया है।
पहले कोलकाता फिर दिल्ली
गिरफ्तार की गई महिलाओं की पहचान अतिफा (24) और अस्मा (24) के रूप में हुई है। अतिफा बांग्लादेश की राजधानी ढाका के शादिरपुर जिले के फरीदपुर थाना में स्थित मिर्धा गांव की रहने वाली है। वहीं अस्मा ढाका के नरसिंहदी जिले के मनोहरदी थाना में स्थित बीरमपुर गांव की रहने वाली है। पूछताछ के दौरान बांग्लादेशी महिलाओं ने बताया कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के कोलकाता की सीमा को पार करके भारत में प्रवेश किया था। इसके बाद ट्रेन पकड़कर कोलकाता से दिल्ली आ गईं। ये महिलाएं बिना वैध दस्तावेजों या परमिट के अलग-अलग इलाकों में रह रही थीं।
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पुलिस की कार्रवाई
पुलिस अब उन व्यक्तियों और नेटवर्क का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए प्रयास कर रही है जो भारत में उनके अवैध प्रवेश और रहने की सुविधा में शामिल थे। भारत में इन लोगों की मदद करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ विदेशी अधिनियम, 1946 के प्रावधानों समेत BNS के प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है।
अब तक 9 अवैध बांग्लादेशी हुए डिपोर्ट
यह ड्राइव 19 नवंबर 2024 को पूर्वी जिला पुलिस द्वारा अवैध प्रवासियों की पहचान करने के लिए शुरू की गई एक व्यापक अभियान का हिस्सा है। इस अभियान के जरिए अब तक 9 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की पहचान की गई है और उन्हें डिपोर्ट किया गया है।