मुल्लांपुर (न्यू चंडीगढ़): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र के रूप में राज्य के लिए सबसे बड़ा तोहफ़ा बताते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को कहा कि यह कैंसर प्रभावित राज्य ख़ास कर मालवा क्षेत्र को इस घातक बीमारी के विरुद्ध कारगर ढंग से लड़ने में मददगार साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने इस प्रोजेक्ट के लिए नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते कहा, “आम बोलचाल में पंजाबियों को तो कैंसर का नाम लेने से भी डर लगता है, क्योंकि इसका इलाज बहुत ही महंगा है परन्तु यह कैंसर इलाज केंद्र, क्षेत्र के लिए पहुंच योग्य और किफ़ायती इलाज यकीनी बनाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा।“
प्रधानमंत्री की ओर से यह प्रोजेक्ट लोगों को समर्पित करने के लिए समागम के दौरान भगवंत मान ने कहा कि यह ऐतिहासिक पहलकदमी है, जो राज्य को कैंसर के विरुद्ध लड़ाई और तेज करने में मददगार साबित होगी। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि भले ही राज्य ने देश को अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है। परन्तु कीटनाशकों और नदीननाशकों के अधिक प्रयोग के कारण पंजाब के लोग कैंसर की बीमारी की लपेट में आ गए।
मुख्यमंत्री मान ने स्पष्ट तौर पर कहा कि यह अस्पताल न सिर्फ़ कैंसर पीड़ित मरीजों का इलाज करेगा, बल्कि अनुसंधान कामों के द्वारा इसकी रोकथाम को यकीनी बनाने में भी सहायक होगा। सीएम मान ने इस बात पर संतोष जाहिर किया कि संगरूर में 100 बिस्तरों की क्षमता वाला होमी भाभा कैंसर अस्पताल लोगों को कैंसर का मानक इलाज मुहैया करवा रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रतिष्ठित अस्पताल में अब तक लगभग 37,000 मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है।
भगवंत मान ने स्पष्ट तौर पर कहा कि न्यू चंडीगढ़ में स्थापित किया गया केंद्र न सिर्फ़ पंजाब के मरीजों को बल्कि पड़ोसी राज्यों जैसे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान को भी मानक कैंसर इलाज मुहैया करवाने के लिए मील पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि संसद मैंबर होने के नाते वह प्रधानमंत्री राहत फंड के अंतर्गत हर महीने तीन गंभीर जरूरतमंद मरीजों को इलाज के लिए बड़े अस्पतालों में रैफर करने के हकदार थे। भगवंत मान ने बताया कि उन्होंने आठ सालों के दौरान कैंसर के कई मरीजों के दुखों को दूर करने के लिए इस सुविधा का सोच-समझ से प्रयोग किया है। उन्होंने यह भी कहा कि अब तक मुख्यमंत्री राहत फंड के अंतर्गत कैंसर के 69000 मरीजों के लिए 888 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की जा चुकी है।
राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों के कीमती योगदान को याद करते हुये मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि आज़ादी की लड़ाई के दौरान अपनी जानें कुर्बान करने वाले 90 प्रतिशत से अधिक लोग पंजाबी थे। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि देश की आज़ादी की रक्षा के लिए पंजाबियों का भी अहम रोल है। भगवंत मान ने कहा कि मिलखा सिंह, दारा सिंह, बलबीर सिंह जैसे पंजाब के प्रसिद्ध खिलाड़ियों ने भी खेल के क्षेत्र में देश का नाम रोशन किया है।
पंजाब को देश की अंगूठी का नग बताते हुए मुख्यमंत्री मान ने कहा कि राज्य की पुरातन शान बहाल करने के लिए लगातार हर संभव यत्न किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भले ही पिछली सरकारों की नाकामी के कारण शुरू में राज्य सरकार को कानून व्यवस्था के फ्रंट पर कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा था परन्तु अब हालात पूरी तरह से काबू में आ गए हैं। भगवंत मान ने ज़ोर देकर कहा कि पंजाब पुलिस केंद्रीय पैरा मिलिट्री फोर्स के सहयोग से पंजाब की शांति, तरक्की और खुशहाली को ठेस पहुंचाने वाली ताकतों के अपवित्र मंसूबों को नाकाम करने के लिए कड़ी चौकसी अपना रही है।
सीएम ने ड्रोनों के द्वारा सरहद पार से नशे और हथियारों की तस्करी को प्रभावशाली ढंग से रोकने के लिए केंद्र सरकार के साथ पूर्ण तालमेल और सहयोग की मांग भी की। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि पंजाब, देश की लड़ाई लड़ रहा है और केंद्र सरकार को इस अहम कार्य के लिए पंजाब का साथ देना चाहिए। भगवंत मान ने उम्मीद ज़ाहिर की है कि प्रधानमंत्री ऐसे और तोहफों के साथ राज्य की मदद के लिए फराखदिली दिखाऐंगे।
मुख्यमंत्री ने नरेंद्र मोदी को यह भी बताया कि राज्य सरकार पंजाब में सेहत और शिक्षा के क्षेत्र को प्रमुख प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नौजवानों को रोज़गार के अधिक से अधिक मौके मुहैया करवा कर देश में से पढ़े लिखे नौजवानों को विदेश जाने से रोकने पर ज़ोर लगा रही है। भगवंत मान ने उम्मीद ज़ाहिर की है कि वह दिन दूर नहीं, जब पंजाब देश भर में से प्रगतिशील और सेहतमंद राज्य के तौर पर फिर से उभरेगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री मान ने प्रधानमंत्री को शाल और श्री दरबार साहिब ( श्री हरिमंदिर साहिब) का मॉडल भेंट कर सम्मानित भी किया। इस मौके पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, केंद्रीय राज्यमंत्री जतिन्दर सिंह, हलका श्री आनन्दपुर साहिब से लोक सभा मैंबर मनीष तिवारी और अन्य शख्सियतें भी मौजूद थीं।
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