Chiranjeevi Scheme: प्रदेश की जनता को निशुल्क चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई चिरंजीवी योजना से अब तक हजारों लोगों को फायदा मिल चुका है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर एक खबर शेयर की है। उन्होंने ट्वीट में यह पूछा है कि चिरंजीवी योजना क्यों जरूरी है? गहलोत ने अपने ट्वीट में प्रतापपुरा की एक घटना का जिक्र करते हुए चिरंजीवी योजना के फायदे बताए हैं।
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए बताया कि “प्रतापपुरा, अजमेर में 4 बच्चों सोनाराम गुर्जर, गोपाल गुर्जर, भोपराज गुर्जर, गोदाराम गुर्जर की डूबने से मृत्यु दुखद है। मैं ईश्वर से मृतकों की आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को हिम्मत देने की प्रार्थना करता हूं। इन सभी मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए सहायता दी जाएगी।
प्रदेशवासियों को मैं पुनः बताना चाहूंगा कि चिरंजीवी योजना में 10 लाख रुपए के स्वास्थ्य बीमा के साथ 5 लाख रुपए के दुर्घटना बीमा शामिल किया गया है जिससे आकस्मिक दुर्घटना की दुखद घड़ी में परिजनों को आर्थिक संबल मिल सके। प्रतापपुर, अजमेर के सभी मृतकों के परिवार चिरंजीवी योजना में शामिल हैं इसलिए उन्हें 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी।
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योजना के अंतर्गत अभी तक दुर्घटना मृत्यु के शिकार 1007 मृतकों के परिजनों को 50.24 करोड़ रुपए सहायता राशि दी जा चुकी है। योजना में सड़क दुर्घटना, पानी में डूबना, ऊंचाई से गिरना, आग से जलना, करंट लगना, मकान गिरना इत्यादि दुर्घटनाओं से मृत्यु के प्रकरणों में सहायता राशि दी गई है।”
वहीं यह निर्णय भी लिया गया है कि अब चिकित्सा विभाग के न सिर्फ सभी सरकारी दस्तावेजों में योजना का लोगो लगेगा बल्कि मेल और अन्य माध्यमों से जारी होने वाले दस्तावेजों पर भी चिरंजीवी योजना नजर आएगी। बता दें कि पिछले साल मजदूर दिवस यानी 1 मई से शुरु हुई मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को 17 माह पूरे हो चुके हैं।
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